बारां में जिला कांग्रेस कमेटी की ERCP पर बैठक आयोजित, बजेपी पर साधा निशाना
बारां राजस्थान प्रदेश के 13 जिलों के लिए जीवनदायी ईस्टर्न राजस्थान कैनाल परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा दिलवाए जाने को लेकर जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय पर प्रेस वार्ता आयोजित की गई.
Baran: बारां राजस्थान प्रदेश के 13 जिलों के लिए जीवनदायी ईस्टर्न राजस्थान कैनाल परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा दिलवाए जाने को लेकर जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय पर प्रेस वार्ता आयोजित की गई. साथ ही भाजपा नेताओं पर अनर्गल बयानबाजी कर आमजन को बरगलाने का आरोप लगाया है. कांग्रेस के जिला प्रभारी राजेन्द्र यादव, जिलाध्यक्ष रामचरण मीणा, जिला प्रमुख उर्मिला जैन, किशनगंज विधायक निर्मला सहरिया ने पत्रकार वार्ता को सम्बोधित किया.
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जिला प्रभारी राजेन्द्र यादव ने कहा कि, हाड़ौती की कालीसिंध, पार्वती, चम्बल एवं परवन नदियों का पानी व्यर्थ बहकर निकल जाता था. इसको देखते हुए पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने इन नदियों का पानी रोककर हाड़ोती को सिंचित एवं प्रदेश के 13 जिलों के हजारों गांवों की पेयजल व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए ईस्टर्न राजस्थान कैनाल परियोजना बनाकर केंद्र सरकार को मंजूरी के लिए भिजवाई थी. ईस्टर्न राजस्थान केनाल परियोजना एक महत्वपूर्ण परियोजना है.
इस परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना की श्रेणी प्रदान करने के लिए चुनावों के दौरान जयपुर व अजमेर में हुई जनसभा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने भाषणों में स्वीकार्यता देने का वादा भी किया गया था. लेकिन केन्द्र सरकार में जलशक्ति मंत्रालय की कमान राजस्थान के सांसद गजेन्द्र सिंह शेखावत के हाथों में होने के बावजूद भी वे इस परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा नहीं दिलवा पा रहे है.
जिला प्रमुख उर्मिला जैन ने कहा कि, इस परियोजना को लेकर राजस्थान सरकार के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत संवेदनशील है और परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा दिलवाने के लिए प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रहे हैं तथा इस परियोजना को चालू करने के लिए 9200 करोड़ का बजट में प्रावधान भी किया गया है.
विधायक सहरिया ने कहा कि, राजस्थान में इंदिरा गांधी नहर परियोजना के बाद कोई भी बड़ी सिंचाई परियोजना की नींव नहीं रखी गई है. राजस्थान में पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना की मांग काफी समय से उठ रही है. इस परियोजना से जयपुर, अजमेर, करौली, सवाईमाधोपुर, दौसा, कोटा, बारां, बूंदी ऐसे 13 जिलों में रहने वाली 40 प्रतिशत जनता को पीने का शुद्ध पानी भी मिलेगा.
Reporter: Ram Mehta
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