दर्दनाक! नदी पार कर रहे थे मां-बेटे, क्या पता था यही है उनका आखरी सफर..
बारां जिले के भंवरगढ़ के समीप लाटखेड़ा गांव के निकट पार्वती नदी में मंगलवार दोपहर को पार्वती नदी पार करते समय महिला और उसका बेटा बह गए थे.
Kishanganj: बारां जिले के भंवरगढ़ के समीप लाटखेड़ा गांव के निकट पार्वती नदी में मंगलवार दोपहर को पार्वती नदी पार करते समय महिला और उसका बेटा बह गए थे. इस दौरान जैसे तैसे युवक को तो बहने से बचा लिया, लेकिन तेज बहाव में महिला बह गई थी, जिसका शव रेस्कयू टीम ने बुधवार को बरामद कर लिया है. पोस्टमार्टम के बाद शव पुलिस के सुपुर्द कर दिया है.
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नाहरगढ़ थाना अधिकारी उत्तम सिंह जादौन ने बताया कि रामबिलास गांव निवासी चिंता बाई पत्नी महेंद्र मीणा और उसका 12 बर्षीय बेटा सोनू मीणा मंगलवार दोपहर को बजे अटरू क्षेत्र के आनंदपुरा गांव स्थित उसके पिहर जा रही थी, तभी लाटखेड़ा गांव के पास पार्वती नदी को दोनों मा बेटे पैदल ही पार कर रहे थे.
साथ ही नदी में पानी का बहाव तेज होने पर पैर फिसलने से दोनों बहने लगे. इस दौरान महिला तेज बहाव में बह गई और उसके बेटे सोनू ने पत्थर पकड़ लिया और उस पर बैठ गया. आसपास मौजूद लोगों ने उसे नदी से बाहर निकाल लिया, लेकिन महिला चिंता बाई पार्वती नदी में बह गई थी.
बता दें कि सूचना मिलने पर शाहबाद डीएसपी राजूलाल मीणा मय पुलिस जाब्ते के मौके पर पहुंचे. काफी तलाश करने के बाद भी महिला सुराग नहीं लगा पाया था. बुधवार को रेस्क्यू की टीम ने रेस्कयू ऑपरेशन शुरू किया. टीम ने घटनास्थल से कुछ दूरी पर नदी से महिला का शव बरामद कर लिया है. पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया है.
Reporter: Ram Mehta
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