बारां न्यूज: बारां जिले के शाहाबाद उपखंड क्षेत्र के होड़ापुरा गांव में मूलभूत सुविधाओं से वचित लोगों ने नदी पर एकत्र होकर पुल नहीं तो वोट नहीं की घोषणा की. यहां करीब 500 से अधिक मतदाता हैं. यहां सैकड़ों ग्रामीणों ने पुल नहीं तो वोट नहीं के नारे लगाकर गुरूवार दोपहर बाद आधे घंटे तक मुख्य रास्ते को जाम रखा. 


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यह रास्ता नदी से होकर मध्यप्रदेश जाता है. इस पर भी पक्की सड़क नहीं है. लोगों ने अपनी समस्याओं के चलते अपनी आवाज को उठाया है. ग्रामीणों ने गांव की तीन सूत्रीय मांगों को रखकर मतदान का पूर्णतया बहिष्कार करने की बात कही. साथ ही कहा कि सबसे पहले गांव की नदी पर बड़ा पुल बने, इसी नदी पर एनीकट बनाने सहित गांव से मध्यप्रदेश सीमा तक पक्की सड़क का निर्माण किया जाए. इसी को लेकर उन्होंने प्रदर्शन किया.


ग्रामीणों ने बताया कि राजनेता और जनप्रतिनिधि चुनावी समय में गांव में आकर झूठा वादा करके चले जाते हैं. गांव की मूलभूत सुविधाओं के बारे में बाद में कोई सुध नहीं लेता. अभी चुनावी माहौल में भी कई लोग गांव में सभी सुविधा मुहैया कराने की बात कह रहे हैं. लेकिन चुनाव जीतने के बाद कोई जनप्रतिनिधि गांव की सुध लेने नहीं आएगा. इसके चलते गांव के लोग चुनाव बहिष्कार पर डटे हुए हैं.


ग्रामीणों ने बताया कि नदी पर बनी रपट से होकर लोगों का आना-जाना रहता है. वह भी 2 साल से क्षतिग्रस्त है. बारिश के समय में कई सप्ताह तक आवागमन पूर्णत बंद रहता है. लोग मध्यप्रदेश जाकर अपने जरूरी काम करते हैं. तो वहीं बीमार लोगों को उपखंड मुख्यालय स्थित अस्पताल ले जाने में भारी समस्या होती है. कई मवेशी रपट पार करते समय बहकर मर गए तो कई लोग भी नदी में गिरकर दुर्घटनाग्रस्त हो गए हैं. बारिश में रोज लोग मजबूरी में जान जोखिम में डालकर रपट पार करते रहते हैं. हर वर्ष पानी की कटाव से दोनों और गहरी खाई बन गई है, जो दुर्घटनाओं को न्यौता दे रही है.


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