Ashfaq Ulla Khan Birth Anniversary: थार मुस्लिम एजुकेशन वेलफेयर सोसायटी ने अशफाक उल्ला खां की मनाई जयंती
थार मुस्लिम एजुकेशन वेलफेयर सोसायटी के संयोजक अबरार मोहम्मद ने शहीद ए वतन अशफाक उल्ला खान के आदर्शों और स्वस्तंत्रता संग्राम में उनके योगदान की याद दिलाते हुए बताया कि वतन परस्ती और हिंदू मुस्लिम एकता की मिसाल पेश करने वाले अशफाक उल्ला खान की कुर्बानी पर आज हर कोई फर्क करता है.
Birth Anniversary: स्वतंत्रता सैनानी शहीद ए वतन अशफाक उल्ला खान की जयंती थार मुस्लिम एजुकेशन वेलफेयर सोसायटी व मोमीन ब्रदर्स मंच द्वारा अतिरिक्त जिला पुलिस अधीक्षक नरपतसिंह जैतावत, मौलाना मीर मोहम्मद अकबरी, मुस्लिम इंतजामिया कमेटी के सचिव आदिल भाई, लायन इंद्रप्रकाश पुरोहित, एडवोकेट मुकेश जैन, टीम बाड़मेर के अध्यक्ष सुरेश जाटोल, मौलाना रहमतुल्लाह खान अनवारी, भूटा खान जुनेजा व सोसाइटी के संयोजक अबरार मोहम्मद के सानिध्य में स्थानीय पुलिस लाइन स्थित शहीद स्मारक स्थल पर मनाई गई.
वतन परस्ती और हिंदू मुस्लिम एकता की मिसाल पेश
थार मुस्लिम एजुकेशन वेलफेयर सोसायटी के संयोजक अबरार मोहम्मद ने शहीद ए वतन अशफाक उल्ला खान के आदर्शों और स्वस्तंत्रता संग्राम में उनके योगदान की याद दिलाते हुए बताया कि वतन परस्ती और हिंदू मुस्लिम एकता की मिसाल पेश करने वाले अशफाक उल्ला खान की कुर्बानी पर आज हर कोई फर्क करता है.
अशफाक उल्ला खान की जयंती
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अतिरिक्त जिला पुलिस अधीक्षक नरपतसिंह जैतावत ने थार मुस्लिम एजुकेशन वेलफेयर सोसायटी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि क्रांतिकारी शहीद अशफाक उल्ला खां की जयंती पर पुलिस शहीद स्मारक स्थल पर आयोजन से इस स्थल का गौरव और अधिक बढ़ा है. पंडित रामप्रसाद बिस्मिल के उनकी दोस्ती की मिसालें दी जाती है. देश की आजादी के लिए दोनों ने मिलकर क्रांति की मशाल जलाई जो उस समय की अंग्रेजी हुकूमत को उनकी भाषा में जवाब देना बेहद जरूरी था. इनकी दोस्ती अखंड भारत के लिए एक गौरव थी. ब्रिटिश सरकार की नाक के नीचे से सरकारी खजाना लूट लिया, जिसे काकोरी काण्ड से जाना जाता है. कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे मौलाना मीर मोहम्मद अकबरी ने शहीद अशफाक उल्ला खान की जीवनी पर रोशनी डालते हुए देश की कौमी एकता और सामाजिक समरसता को आगे बढ़ाने की बात कही.
विशिष्ठ अतिथि लायंस क्लब मालानी के पूर्व जॉन चेयरमैन इंद्र प्रकाश पुरोहित ने बताया कि अशफाक उल्ला खान ने जिस आजादी के लिए बलिदान दिया था, वह यह आजादी नहीं थी, अपितु अखंड भारत के लिए वह शहीद हुए थे. उनके बलिदान से हम सबको बहुत कुछ सीखने की जरूरत है. मुस्लिम इंतजामिया कमेटी के सचिव आदिल भाई ने कहा कि काकोरी ट्रेन डकैती के मामले में क्रांतिकारी अशफाक उल्ला खान और उनके तीन साथियों को फांसी दी गई. जाति और धर्म का कार्ड खेलकर भी अंग्रेज उन्हें विचलित नहीं कर पाए थे. हमें उनकी अपनायत और दोस्ती से सीख लेकर एक समृद्ध भारत के सपने को साकार करना होगा.
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एडवोकेट मुकेश जैन ने जय जवान जय किसान पर जोर देते हुए कहा कि किसान और जवान के बगैर देश अधूरा है. जवान हमारी हिफाजत करते है और किसान हमारे अन्नदाता है. हमें इनका हमेशा कृतज्ञ रहना चाहिए. टीम बाड़मेर के अध्यक्ष सुरेश जाटोल, मौलाना रहमतुल्लाह अनवारी, मास्टर रफीक मोहम्मद, हाजी अब्दुल रहमान खिलजी और भूटा खान जुनेजा ने आजादी के मतवाले अशफाक उल्ला खां, रामप्रसाद बिस्मिल, राजेंद्र लोहिड़ी, ठाकुर रोशन सिंह इत्यादि द्वारा भारत की आजादी के लिए दिए गए योगदान दोहराया.
शहीद स्मारक पर पुष्प अर्पित कर सलाम पेश किया
कार्यक्रम से पूर्व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरपतसिंह जैतावत व मौलाना मीर मोहम्मद द्वारा पुष्प हार पेश कर श्रद्धांजलि दी गई. तत्पश्चात तमाम अतिथियों सहित सोसाइटी और मोमीन ब्रदर्स के साथियों द्वारा शहीद स्मारक पर पुष्प अर्पित कर सलाम पेश किया गया.
इस दौरान संचित निरीक्षक लीलसिंह, एलओ दीपाराम, मेजर मांगीलाल, हज सेवक बच्चू खान कुम्हार, सोसाइटी के संयुक्त सचिव शौकत शेख, बरकत अली आरिसर, इमदाद भाई नोहड़ी, टीपू सुल्तान, मोहम्मद रफीक, शकूर भाई बिकुसी, मुस्ताक भाई कोटवाल, इलियास भाई लुणु सहित कई गणमान्य लोगों ने शहीद ए वतन अशफाक उल्ला खां को पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की.