Baran: बारां के अटरू क्षेत्र के धूमेन गांव में 10 दिन पहले पेहड़ी नदी की पुलिया से पैर फिसलकर पानी में बहने से एक बालक की मौत का मामला सामने आया था. तब से राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में पढ़ने वाले छात्रों में डर बना हुआ है. वहीं अभिभावक भी बच्चों को स्कूल नहीं भेज रहें है.


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ग्रामीणों ने विधायक पानाचन्द मेघवाल सहित प्रशासन से मांग की है, की जब तक नई पुलिया निर्माण कार्य का मौके पर आकर विधायक के जरिए आश्वासन नहीं दिया जाएगा वह तब तक अपने बच्चों को स्कूल में पढ़ने नहीं भेजेंगे. गौरतलब है कि, अध्यापक, 10 दिनों से  विधार्थियों का इंतजार कर रहे है. मगर गांव वाले अपने बच्चों को विधालय नहीं भेज रहे है.


इस मामले को लेकर ग्रामीणों ने अपनी बात रखते बताया कि, घटना के 10 दिन गुजर जाने के बाद भी गांव में कोई भी प्रशासनिक अधिकारी व जनप्रतिनिधि ने आकर आश्वासन नहीं दिया है, जिसके कारण ग्रामीणों में प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के प्रति रोष व्याप्त है.


क्या है मामला
एसएमसी अध्यक्ष राकेश गुर्जर व सदस्य हरिशंकर सेन, विजेंद्र सिंह, धनश्याम मीणा ने बताया कि, गत रविवार 10 जुलाई को पेहड़ी नदी कि पुलिया पर पैर फिसलने से नदी में गिर कर बहने से कक्षा तीन में पढ़ने वाला छात्र हेमंत बैरवा की मौत हो गई. तब से ही ग्रामीणो में दुर्घटना का डर बना हुआ है, क्योंकि पेहड़ी नदी के एक छोर पर गांव बसा हुआ है, तो वहीं दूसरे छोर पर विधालय भवन बना हुआ है, और स्कूल पढ़ने जाने के लिए पेहड़ी नदी की पुलिया पर होकर गुजरना पड़ता है, वहीं थोड़ी सी बारिश होते ही पेहड़ी नदी मे उफान आ जाता है और पुलिया कि उंचाई कम होने के कारण पानी में डूब जाती है, जिसके चलते ग्रामीण नदी पर ऊची पुलिया निर्माण कार्य करवाने कि मांग कर रहें है
Reporter: Ram Mehta


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