Barmer News: जिला प्रशासन व चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से 9 माह से 5 वर्ष तक मीजल्स रूबेला टीके से छुट्टे हुए बच्चों के लिए मिशन स्वस्थ टाबरियों विशेष अभियान 1 फरवरी से 18 फरवरी 2023 तक चलाया जायेगा. इसके सफल क्रियान्वयन हेतु जिला कलेक्टर कि अध्यक्षता में होटल केलाश इंटरनेशल बाड़मेर में कार्यक्रम किया गया. कार्यक्रम के दौरान जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में जिला कलेक्टर लोक बंधू की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई .


कलेक्टर लोक बंधू की अध्यक्षता में बैठक


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

 कार्यशाला के दौरान जिला कलेक्टर लोक बंधू, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सीएस गजराज, आरसीएचओ डॉ पी एम सिंह, एवं पीएमओ बालोतरा डॉ बीएस गहलोत द्वारा मिशन स्वस्थ टाबरियों पोस्टर का विमोचन किया गया. जिला कलेक्टर लोकबंधू ने कार्यशाला के दौरान कहा कि मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना एवं मुख्यमंत्री निशुल्क जांच योजना, मिशन सुरक्षा चक्र, मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना, जांच योजना, चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना, आरसीएच कार्यक्रम और राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के प्रति गंभीरता बरतें और आमजन को अधिकाधिक स्वास्थ्य सेवाओं व योजनाओं से लाभान्वित करवाएं. प्रधानमत्री सुरक्षित मात्रत्व अभियान के तहत श्रेष्ठ कार्य करने वाले चिकित्सा संस्थान को पुरस्कृत किया गया .


बदलता बाड़मेर वीडियो का हुआ विमोचन


बाड़मेर जिले में स्वास्थ्य सेवाओं में हुए सकारात्मक बदलाव को देखते हुए युनिसेफ के सहयोग से स्वास्थ्य विभाग द्वारा बनायी गयी मूवी का प्रदर्शन किया गया. इस मूवी के माध्यम से यह बताने की कोशिश की गयी है कि पिछले एक दशक में बाड़मेर जिले के स्वास्थ्य सूचकांकों के साथ साथ समुदाय तथा चिकित्सा संस्थानों में किस प्रकार से स्वास्थ्य सेवाओं में बड़ोत्तरी हुई है.


बदलते बाड़मेर को देखते हुए मूवी का नाम बदलता बाड़मेर रखा गया है. पिछले एक दशकों में सेक्टर, खण्ड तथा जिला स्तर पर आयोजित बैठकों को प्रभावी बनाते हुए प्रत्येक स्तर पर समीक्षा की गयी. जिस संस्था तथा कार्मिकों के द्वारा अच्छा कार्य किया गया उन्हे प्रोत्साहित किया. एमसीएचएन दिवस को प्रभावी तरीके से आयोजित करने तथा सपोर्टिवसुपरविजन को बेहतर करने के लिए प्रशिक्षण दिया गया. समुदाय स्तर पर कार्य करने वाले प्रत्येक अधिकारी तथा कार्मिकों को प्रशिक्षण देकर उनके कार्यों की गुणवत्ता में सुधार करने का प्रयास किया गया है. 


उसके परिणाम स्वरूप 2015-16 के एन.एफ.एच.एस-4 के अनुसार 12 सप्ताह में गर्भवती महिला का पंजीकरण 48 प्रतिशत था परंतु स्वास्थ्य विभाग तथा युनिसेफ के सतत् प्रयास से 2020-21 के एन.एफ.एच.एस-5 में यह सूचकांक 82.70प्रतिशत हो गया है. ऐसे ही, पूर्व में संस्थागत प्रसव के महत्व पर ध्यान दिया गया जिसके कारण एन.एफ.एच.एस4 में केवल 60.30 प्रतिशत गर्भवती महिलाओं का प्रसव संस्थागत होता था परंतु वर्तमान में 93 प्रतिषत संस्थागत प्रसव हो रहे है जो कि पूर्व से काफी अधिक है. यही नहीं, पूर्व में बच्चों के टीकाकरण की स्थिति भी बहुत ही दयनीय थी.


ये भी पढ़ें- Union Budget 2023: मोदी सरकार के बजट से राजस्थान के किसानों, व्यापारियों को ये उम्मीदें, पढ़ें


 2015-16 में पूर्ण टीकाकरण 36 प्रतिशत था जो केवल 5 वर्षों में यानी 2020-21 में बढ़कर 93 प्रतिशत हो गया है. आज बाड़मेर जिला स्वास्थ्य सूचकांकों में बेहतरीन जिलों में शामिल हो गया है. यह सब प्रत्येक स्तर पर किये गये सतत प्रयासों से सम्भव हो पाया है. जिला स्तर पर आयोजित हुई कार्यशाला में मूवी के माध्यम से प्रत्येक स्तर पर किये गये प्रयासों को बताने का प्रयास को किया गया है.


स्पर्श लेप्रोसी अभियान 30 जनवरी से


बाड़मेर चिकित्सा विभाग की ओर से स्पर्श लेप्रोसी अभियान 30 जनवरी से 13 फरवरी आयोजित किया जाएगा. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सीएस गजराज, ने कुष्ठ रोग जागरूकता वाहन को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया . सीएमएचओ ने बताया कि अभियान के अंतर्गत ग्राम सभाओं में कुष्ठ रोग के बारे में जानकारी दी जाएगी. साथ ही सरपंच का अभिभाषण, स्कूलों में प्रार्थना सभा में लेप्रोसी का प्रचार प्रसार, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आजोजन किया जाएगा.