बाड़मेर न्यूज: पीपा क्षत्रिय दर्जी समाज, बाड़मेर-जैसलमेर का सामाजिक चिंतन शिविर रविवार को बाड़मेर मगरा स्थित समाज के छात्रावास में सिणधरी मठ के संत तृप्त आत्मानंद महाराज के सान्निध्य में आयोजित हुआ. 


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समाज अध्यक्ष औंकारसिंह चावड़ा ने बताया कि इस चिंतन शिविर में समाज की शैक्षणिक, सामाजिक, राजनैतिक एवं आर्थिक चेतना के लिए विचार विमर्श कर संकल्प पारित किया गया. वक्ताओं ने मुख्य रूप से समाज के सर्वांगीण विकास के लिए पीपाजी के नाम से राज्य स्तरीय सिलाई कला बोर्ड बनाने की मांग को मुखर किया.



शिविर संयोजक जयराम दईया डांगरी ने बताया कि राज्य सरकार ने सभी जातियों के लिए राज्य स्तरीय बोर्ड बना दिए हैं, लेकिन पीपा क्षत्रिय दर्जी समाज को अब तक अपना हक नहीं दिया है. पूरे राजस्थान में समाज के लोग रहते हैं और राजस्थान के प्रमुख संत पीपाजी के बताए रास्ते पर सिलाई का कार्य कर अपना जीविकोपार्जन करते हैं. समाज के युवाओं को आज भी सरकारी नौकरियों में उचित प्रतिनिधित्व नहीं मिल पाया है. वहीं सरकारी ऋण सुविधा से भी समाज बंधु वंचित हैं. ऐसे में सिलाई कला बोर्ड की मांग न्यायोचित है.


बच्चों को शिक्षा दें 


शिविर में आए प्रतिभागियों ने पांच अलग अलग सत्रों में विभिन्न विषयों पर अपने विचार रखे. वक्ताओं ने बच्चों को शिक्षा देने, बालिकाओं को विशेषकर शिक्षा से जोड़ने, नशा नहीं करने इत्यादि पर बल दिया. शिविर में बाड़मेर एवं जैसलमेर जिलों सहित यहां से अन्य जिलों एवं राज्यों में निवासरत लोगों ने बड़ी संख्या में भाग लिया. शिविर में आने वाले सभी लोगों को नशा मुक्ति व सामाजिक कुरीतियों को मिटाने का संकल्प दिलाया गया.


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