Barmer news: बाड़मेर जिले में शिव तहसील के ओलेचा गांव में महिलाओं को खेत में रास्ता रोक धक्का मुक्की और गाली गलौच का मामला सामने आया है. शिव थाने में मामला दर्ज कराने पहुंचे पीड़ित पक्ष का आरोप है कि जमीनी विवाद में महिलाओं को रास्ता रोककर उनके साथ धक्का मुक्की की गई. उनको करीब 2-3 घंटे तक खेत में बंधक बनाकर रखा गया .आरोपी भंवरदान ने उनके हाथों से खाने पीने के बर्तन भी फैंक दिए. महिलाएं जब काफी देर तक घर नहीं पहुंची तो पीड़ित परिवार के लोग खेत पहुंचे तो हकीकत पता चली.


1 महीने में जमीन पर जबरदस्ती कब्जा


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पीड़ित पक्ष का आरोप है कि जमीन विवाद मामले में आरोपी भंवरदान लगातार परिवार को परेशान कर रहा है.उस जमीन में दोनों पक्षों का बराबर हिस्सा है लेकिन भंवरदान ने पिछले एक महीने में अपनी मर्जी से खेत जोतने,ट्यूबवेल बनाने से लेकर तारबंदी करने और रास्ते बंद करने का काम किया. पीड़ित पक्ष का कहना है कि उस जमीन में उनका भी हिस्सा है लेकिन आरोपी रिटायर फौजी होने की वजह से बंदूक का डर दिखाकर अपनी मर्जी से कब्जे कर रहा है.



पीड़ित पक्ष का आरोप है कि जब इस मामले में विरोध करने गए तो आरोपी भंवरदान ने ऊंचे संपर्कों का इस्तेमाल कर विरोध को हमले का रूप दिया और मुकदमें में फंसाकर परिवार को परेशान किया जा रहा है. फौज में नौकरी कर रहे अपने बेटों के भी ऊंचे संपर्कों का हवाला देकर डरा धमका रहे है.


शिव थाने पहुंचा पीड़ित परिवार


जमीनी विवाद के सिलसिले में महिलाओं का रास्ता रोककर उनके साथ गाली गलौच करने के मामले में पीड़ित परिवार शिव थाने पहुंचा और मामला दर्ज कर उचित कार्रवाई की मांग की.पीड़ित पक्ष का ये भी आरोप है कि आरोपी पिछले लंबे समय से उन्हें आतंकित कर रहा है.भिंयाड़ पुलिस चौकी का पुलिस प्रशासन भी पूरी तरह से आरोपी के साथ मिला हुआ है.चौकी प्रभारी ने जमीनी विवाद में यथास्थिति रखने का भरोसा दिया था.लेकिन आरोपी ने पिछले एक महीने में अपने कब्जे को पूरी तरह से स्थापित किया है.लेकिन पुलिस उस पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है.


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