Barmer: बाड़मेर जिले के सदर थाना क्षेत्र में एक दलित परिवार पर जानलेवा हमला कर उनकी जमीन हड़पने के मामले में 2 महीने से पीड़ित बुजुर्ग दंपत्ति न्याय की गुहार लगाने के लिए पुलिस अधिकारियों की चौखट पर दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं लेकिन अभी तक आरोपियों की पुलिस ने गिरफ्तारी नहीं की है. आरोपी लगातार पीड़ित बुजुर्ग दंपत्ति व उनके बच्चों को जान से मारने की धमकियां दे रहे हैं. जिसके बाद बुजुर्ग दंपत्ति ने कई बार पुलिस अधीक्षक से मुलाकात कर आरोपियों की गिरफ्तारी कर न्याय दिलाने की गुहार लगाई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होने से आखिर थक हार कर जिला कलेक्टर से अब इच्छा मृत्यु की गुहार लगाई है.


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बाड़मेर जिले के सदर थाना क्षेत्र के महाबार निवासी पीड़ित दंपत्ति ने जानलेवा हमला कर जमीन हड़पने के मामले 2 महीने से भी ज्यादा का समय बीत जाने के बाद भी आरोपियों की गिरफ्तार नहीं होने व आरोपियों की लगातार धमकियों से परेशान होकर अब जिला कलेक्टर से इच्छा मृत्यु की गुहार लगाई है. पीड़ित दंपत्ति ने बताया कि 10 सितंबर को गांव के ही स्वर्ण वर्ग के दबंगों ने उनके परिवार पर जानलेवा हमला कर मारपीट की और उनकी नाबालिग पुत्री की लज्जा भंग की. साथ ही बेटे को जान से मारने का प्रयास किया और उसका मोबाइल छीन लिया. इसका 14 सितंबर को सदर थाने में पीड़ित दंपत्ति ने मामला दर्ज करवाया लेकिन राजनीतिक संरक्षण व दबंगों के रसूख के चलते पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की और आरोपी खुलेआम घूम कर पीड़ित परिवार को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं.


दलित बुजुर्ग दंपत्ति का कहना है कि दबंगों ने जमीन हड़प कर चारों तरफ बाउंड्री खड़ी कर दी और अब उनका घर से बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया है. बच्चों की स्कूल तक छूट गई है. कई बार पुलिस अधिकारियों के आगे हाथ जोड़कर न्याय की भीख मांगी लेकिन कोई भी पुलिस अधिकारी हमारी सुनने को तैयार नहीं है और राजनीतिक दबाव के चलते कोई कार्रवाई नहीं हो रही है.


गुरुवार को बुजुर्ग दंपत्ति ने पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव से भी 4 से 5 बार मुलाकात कर अपना दर्द बयां किया और आंखों में आंसू लिए दलित दम्पत्ति ने कहा कि साहब अगर न्याय नहीं दिला सकते हो तो कम से कम हमें गोली से मार दो और अब अत्याचार हम सहन नहीं कर सकते. लेकिन पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार के बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो रही हैं. आरोपी लगातार जान से मारने की धमकियां दी रहे हैं. बाड़मेर पुलिस से न्याय की उम्मीद समाप्त होने के बाद जिला कलेक्टर से इच्छा मृत्यु की मांग की है.


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