Barmer: बाड़मेर जिले के चौहटन सनावड़ा रामदेरिया हाथीतला बाछड़ाऊ बायतु व शिव के ग्रामीण इलाकों में शनिवार शाम को अंदर के साथ तेज बेमौसम बारिश हुई और साथ ही अतिवृष्टि से जीरा ईसबगोल की पककर खेतों में खड़ी तैयार फसलें नष्ट हो गई. 


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किसानों का कहना है कि सेठ साहूकारों व बैंकों से लोन केसीसी लेकर खेती की थी और 4 महीने की कड़ी मेहनत के बाद फसल जैसे ही पककर तैयार हुई, ऊपर से ओलावृष्टि के रूप में कुदरत का कहर टूटने से किसान बर्बाद हो गए हैं. अब बैंकों का साहूकारों का कर्ज चुकाना मुश्किल हो गया है. किसानों का कहना है कि सरकार को जल्द ही गिरदावरी करवाकर फसल खराबे का मुआवजा देना चाहिए ताकि किसानों को राहत मिल सके.


बाड़मेर अतिरिक्त जिला कलेक्टर सुरेंद्र सिंह राजपुरोहित ने बताया कि कल शाम को अतिवृष्टि के बाद ही जिला कलक्टर लोकबंधु ने उपखंड अधिकारी व तहसीलदार को निर्देशित कर दिया कि सभी अपने इलाकों में जाकर जहां पर फसल खराबा हुआ है,उसकी तत्काल प्रारंभिक रिपोर्ट बनाकर भेजें ताकि सरकार को फसल खराबे की रिपोर्ट भेजी जा सके और किसानों को समय पर उचित मुआवजा मिल सके.


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