Barmer News: राजस्थान में टैलेंट की कमी नहीं है. आज हम आपको नागौर जिले के कुचेरा निवासी धर्मेंद्र डूकिया के बारे में बताने जा रहे हैं. उन्होंने अपना सपना पूरा करने के लिए कई नौकरियां छोड़ी और अंत में उन्होंने वह मंजिल हासिल कर ली. आज वह एक पुलिस अफसर हैं, जो फिलहाल बाड़मेर जिले के चौहटन में पुलिस उपाधीक्षक पद पर हैं. 
 
पुलिस अफसर धर्मेंद्र डूकिया ने बताया कि उनकी मां ने उन्हें हमेशा पढ़ने के लिए कहती थी और वह उन्हें खेत के काम, किसानी से जुड़े औजारों और टैक्टर से दूर रखकर उन्हें हमेशा पढ़ाई करने के लिए प्रेरित करती थी. यहीं वजह है कि वह आज राजस्थान पुलिस सेवा के अधिकारी हैं. वे एक किसान परिवार से होने के बावजूद भी पढ़-लिखकर एक सरकारी अफसर बनें. 


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उन्होंने आगे बताया कि एक बार बचपन में उन्होंने अपने किसान पिता रामचन्द्र डूकिया के टैक्टर को चलाकर खेत जाने की बात कही तो उनकी मां बादामी देवी गुस्सा करने लगी और बोली कि तू  टैक्टर को हाथ भी नहीं लगाएगा, तुझे खेती नहीं करनी है, बल्कि पढ़ लिखकर एक अधिकारी बनाना है. उन्होंने बताया कि उनकी मां हमेशा उन्हें खेती बाड़ी से जुड़ी बातों, उपकरणों और औजारों से हमेशा दूर रखती थी. इसी वजह से उन्होंने कुचेरा में अपनी स्कूली शिक्षा के बाद जयपुर से स्नातक की पढ़ाई पूरी की. इसके बाद साल 2017 में पहली बार में 56वीं रैंक हासिल कर राजस्थान पुलिस सेवा के अधिकारी बन गए. 


फिलहाल में युवा DSP धर्मेंद्र डूकिया बाड़मेर के चौहटन के उप पुलिस अधीक्षक पद पर तैनात हैं. उनका कहना है कि उनके भाई राजेन्द्र डूकिया, बहनों घेवर और लीला ने भी हमेशा उन्हें प्रशासनिक सेवा में जाने के लिए जागरूक किया. इसके अलावा मां ने बचपन से ही सभी चीजों से दूर रखकर हमेशा पढ़ाई करने के लिए कहती थी. इसके चलते वह उन्होंने 7 सरकारी भर्ती परीक्षाओं को पास किया और 8वीं बार में पुलिस प्रशासनिक सेवा के अधिकारी बन गए. 


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