Rajasthan कांग्रेस MLA अमीन खान बोले, 1984 के बाद इस देश को नहीं मानते धर्मनिरपेक्ष
Rajasthan News : अमीन खान बाड़मेर के शिव से कांग्रेस विधायक है. पार्टी 1980 से लगातार उनको ही टिकट दे रही है. इस बार वे अपने बेटे को शिव से सियासी लॉन्चिंग देने की तैयारी में है. विधानसभा में उन्होनें धर्मनिरपेक्षता और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर सवाल उठाए.
Barmer news : अशोक गहलोत सरकार के पिछले कार्यकाल में मंत्री रहे और बाड़मेर के शिव से वर्तमान विधायक अमीन खान ने विधानसभा में बड़ा बयान दिया. कांग्रेस विधायक अमीन खान ने कहा कि 31 अक्टूबर 1984 के बाद हम इस देश को सेक्यूलर देश मानते ही नहीं है. इतना ही नहीं, अमीन खान ने ये भी कहा कि ये देश हिंदू राष्ट्र हो बन जाएगा तो भी हमको कोई नहीं मारेगा. उन्होनें सरकारी स्कूलों में होने वाली प्रार्थना और सरस्वती वंदना पर भी सवाल उठाए. वो विधानसभा में शिक्षा से जुड़े मुद्दों पर बोल रहे थे.
RSS पर साधा निशाना
शिव विधायक अमीन खान ने विधानसभा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर भी निशाना साधा. अमीन खान ने बाड़मेर जिले में आरएसएस पर माहौल खराब करने का आरोप लगाया. उन्होनें कहा कि जहां भी अल्पसंख्यक आबादी है, वहां की स्कूलों में शिक्षक कांपते है. सरकार को इस चीज की निगरानी रखनी चाहिए.
धर्म निरपेक्षता पर उठाए सवाल
अमीन खान ने विधानसभा में बोलते हुए कहा कि अल्पसंख्यक पहले से कमजोर है. वो और ज्यादा मायूस होते है. हम तो भारत को 31 अक्टूबर 1984 के सेक्यूलर देश मानते ही नहीं है. उसी दिन सेक्यूलर का खात्मा हो गया. हम तो वक्त गुजारते है. देश हिंदू राष्ट्र हो गया तो भी हमको कोई मारेगा नहीं. हिंदू धर्म का ज्ञान हम जानते है. हिंदू दूसरों की रक्षा करते है. लेकिन ये धर्मनिरपेक्ष जैसा आपके कागजों में है वैसा नहीं है.
अमीन खान ने स्कूलों में होनी वाली प्रार्थना पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि राजस्थान में हर स्कूल में आप एक संप्रदाय के नाम की पूजा से स्कूल का कार्यक्रम शुरू करते है. ये धर्म निरपेक्ष की मजबूती का निशान नहीं है. लोग नहीं बोलते है तो डर से नहीं बोलते है. जानते सब है.
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शिक्षकों के तबादलों पर उठाए सवाल
राजस्थान के शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला को संबोधित करते हुए अमीन खान ने कहा कि आप भी रेगिस्तानी जिले से है. आपके और हमारे जिले की हालात वैसी है. रेगिस्तानी इलाके में अध्यापकों के पद ज्यादा भरें. जिस तरह सुखाड़िया सरकार में पाबंदी लगी थी. वैसे ही आप भी कर्मचारियों को बदलने पर पाबंदी लगाएं.
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