बाड़मेर: सामूहिक आत्महत्याओं को रोकने के लिए महिला सुरक्षा सखी ने उठाया कदम, महिलाओं को मिला राहत
Barmer News: देशभर में सामूहिक आत्महत्या के लिए बदनाम हो चुके बाड़मेर जिले में पुलिस ने सामूहिक आत्महत्याओं को रोकने के लिए लोगों को जागरूक करने के लिए कदम उठाना शुरू कर दिया है.
Barmer: देशभर में सामूहिक आत्महत्या के लिए बदनाम हो चुके बाड़मेर जिले में पुलिस ने सामूहिक आत्महत्याओं को रोकने के लिए लोगों को जागरूक करने के लिए कदम उठाना शुरू कर दिया है. गुरुवार को बाड़मेर जिला मुख्यालय पर पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव के निर्देशन में सुरक्षा सखी, पुलिस मित्र और सीएलजी सदस्यों को आत्महत्याओं को रोकने के लिए विशेष ट्रेनिंग दी गई.
बाड़मेर जिले में क्षणिक आवेश में आकर लगातार बढ़ती आत्महत्या पुलिस को प्रशासन के लिए सिर दर्द बनती जा रही है, जिसको रोकने के लिए पुलिस ने अब जिला प्रशासन यूनिसेफ और स्वयंसेवी संगठन के साथ मिलकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है. बाड़मेर पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव ने बताया कि जिले में घरेलू हिंसा, बाल विवाह, परिवारों में बढ़ती दूरियां, मामूली बोलचाल पर क्षणिक आवेश में आकर महिलाओं की बच्चों के साथ सामूहिक आत्महत्याओं को रोकने के लिए पुलिस ने आमजन को जागरूक करने के लिए जीवन अनमोल है.
साथ ही स्लोगन का कार्यक्रम शुरू किया है, जिसमें महिला सुरक्षा सखी, पुलिस मित्र और सीएलजी सदस्यों को जिला प्रशासन,यूनिसेफ और स्वयंसेवी संगठन के सहयोग से विशेष ट्रेनिंग दी जा रही है, जिसमें कोई भी आस पड़ोस में अवसाद ग्रसित लक्षण में महिला और पुरुष दिखाई देता है तो तुरंत नजदीकी पुलिस थाने या काउंसलिंग सेंटर पर ले जाकर उसके काउंसलिंग करवाएं या पुलिस को तुरंत सूचना दें, ताकि उसकी जान बचाई जा सके साथ ही सीएलजी सदस्यों और महिला सुरक्षा सखी को अपने इलाके में जाकर लोगों को जागरूक करने के निर्देश दिए.
आपको बता दें कि पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव ने बताया कि ग्रामीण इलाकों में महिलाएं घरेलू हिंसा से परेशान होकर आत्महत्या जैसा कदम उठा लेती है. महिलाओं से अपील है कि किसी भी प्रकार की कोई परेशानी हो तो बेझिझक पुलिस और टोल फ्री नंबर पर अपनी अवश्य शिकायत दर्ज करवाए उसका नाम भी गोपनीय रखा जाएगा और तुरंत समाधान किया जाएगा.
गौरतलब है कि पूर्व में भी सामूहिक आत्महत्याओं को रोकने के लिए जिला प्रशासन द्वारा कई कदम उठाए गए थे, लेकिन वह कदम सामूहिक आत्महत्या रोकने को नाकाम साबित हुए, जिसके बाद पुलिस ने अब जिला प्रशासन के साथ विशेष लोगों को ट्रेनिंग देकर आमजन को जागरूक करने का बीड़ा उठाया है.
Reporter: Bhupesh Acharya
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