Shiv, Barmer: मरुधरा के धोरों के बीच बसे बाड़मेर की ढाणियों में लोग बिजली, पानी और स्वास्थ्य जैसी सुविधाओं के लिए हर रोज दो-चार होते रहते हैं. जहां भारत एक ओर चांद की सतह पर उतर चुका है, तो वहीं आज भी बाड़मेर के कई ऐसे गांव है जहां मोबाइल का नेटवर्क और बिजली की लाइन भी ठीक से नहीं पहुंच पाई है. इसी पीड़ा से बाड़मेर के सरगिला गांव के लोग जूझ रहे हैं. यहां कहने के लिए बिजली के तार तो गांव और ढाणियों में पहुंच गए हैं, लेकिन कम पावर की डीपी के सहारे बिजली दिन में कितनी देर आएगी इसका कोई ठीकाना नहीं. इसी बीच युवा नेता रविंद्र भाटी जब इस गांव में पहुंचे तो 42 डिग्री की गर्मी के बीच अपनी पीड़ा व्यक्त करने से खुद को रोक ना पाए. भाटी ने भी तुरंत संबंधित AEN को फोन लगाकर समस्या के निवारण के लिए निर्देश दिया. इसके बाद ग्रामीणों के चेहरे खिल उठे.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

वहीं इस मामले को लेकर रविंद्र सिंह भाटी ने बताया कि शिव का यह क्षेत्र  संभावनाओं  से भरपूर और उदयमान क्षेत्र है इसलिए अधिकारी इस क्षेत्र की समस्या को गंभीरता से ले. गौरतलब है कि राजस्थान के सरहदी इलाकों में बारिश ना होने के चलते तापमान एक बार फिर आसमान पर पहुंच चुका है. वहीं सुचारू बिजली व्यवस्था ना होने और बिजली कटौती के चलते ग्रामीणों को भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में चुनाव में यह मुद्दा बड़ा हो सकता है.


14 सितंबर को इन गावों में पहुंचेगी यात्रा


करीम का पार, खानियाणी, धामरली, लालासर, राणासर, अंबेडकर नगर , खुडाणी, देताणी, मौसेरी, खारची, बालेवा, चारणों की ढाणी, देदडियार,फ़ोगरा, तिबनियार।


सातवें दिन इन 27 गांवों में पहुंची सवांद यात्रा


सरगीला से प्रारंभ हुई यात्रा जो मठार का पार , शहदाद का पार, मठाराणी साउंड, ख़लीफ़े की बावड़ी, खचरखड़ी, बादराणी, कुम्भारों का पार, शाहमीर का पार, सईदाद की बेरी, सोनगे का पार, पाबूसरी, दरबालीया, गोरालिया, अमराणी, कान सिंह की ढाणी, दक्षिण सेलोडिया, उत्तर सेलोडिया, सालम सिंह की बस्ती, रावतसर, डोकर, मेहराणियों की ढाणी, चौहानों की ढाणी, मेघवाल बस्ती, कल सिंह ढाणी, लाम्बडा तक पहुंची।


ये भी पढ़ें-


Rajasthan Politics: सनातन धर्म मामले में गजेंद्र सिंह का भाषण हुआ वायरल, ओवैसी ने मंत्री पर उठाए सवाल


Rajasthan Weather Update: चिपचिपी गर्मी से मिलेगी राहत,आज और कल बारिश का अलर्ट