Barmer News : बाड़मेर जिले में स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाएं बकरी के दूध से साबुन समेत विभिन्न प्रकार के उत्पाद बनाकर स्वरोजगार जुड़ेगी. इसके तहत बुधवार को हरसाणी गांव में प्रशिक्षण प्रारंभ हुआ.


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भारतीय स्टेट बैंक, आरसेटी बाड़मेर एवं राजीविका बाड़मेर के संयुक्त तत्वाधान में ग्राम पंचायत हरसानी में स्वय सहायता समूह की महिलाओं को नवाचार, रोजगार सृजन, महिला सशक्तिकरण ,आजीविका सवर्धन के उद्देश्य से गोट मिल्क शॉप प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया. जिला परियोजना प्रबंधक नरपत सिंह भाटी ने बताया कि नवाचार एवं आजीविका संवर्धन को बढावा देने के उद्देश्य से नए - नए प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन कर उनको बैंक ऋण दिलवाकर रोजगार से जोड़ा जाएगा.


ये है फायदा


बकरी के दूध से बने साबुन से त्वचा के रोगों को दूर करने का दावा किया जा रहा है. कहा जा रहा है कि इससे झुर्रियां, कील-मुंहासे और अन्य प्रकार के त्वचा रोग (Skin Diseases) दूर हो रहे हैं. बकरी के दूध के साबुन के कई प्रकार के आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर इस साबुन से त्वचा संबधी कई रोगों के इलाज के अलावा इसमें मौजूद ऑर्गेनिक गुणों के कारण इससे त्वचा का रुखा पन, ड्राई स्किन, डार्क स्पॉट को ठीक किया जा सकता है.


संस्थान के निदेशक ब्रजेश कुमार ने प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए महिलाओ से कहा कि प्रशिक्षण के दोरान साबुन बनाने की विधि गुणवत्ता,एवं नवाचार को बारीकी से सीखें एवं प्रशिक्षण के उपरांत बकरी के दूध के साबुन का बड़े स्तर पर उत्पादन करके रोजगार को बढ़ावा दे.


आरसेटी निदेशक ने बताया कि आने वाले समय में संस्थान द्वारा बाजरी से बने बेकरी उत्पाद, बिस्कुट,गोट मिल्क सोप,पेपर फाइल कवर,अगरबत्ती मेकिंग, मोमबत्ती मेकिंग, हर्बल उत्पाद, मिलेट उत्पाद आदि प्रशिक्षण कार्यक्रमो का आयोजन किया जायेगा. इस दौरान कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाएं उपस्थित रही.


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