Sheo: बाड़मेर जिले के रामसर उपखण्ड के अधीन असाड़ी जीएसएस पर 28 जून को इंजीनियर सुपरवाइजर पर हुए जानलेवा हमले, राजकार्य में बाधा पहुंचाने एवं एससी-एसटी एक्ट के तहत दर्ज मामले में घटना के 16 दिन बाद भी नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई. इससे आक्रोशित बिजली कर्मचारी और अधिकारी 14 जुलाई गुरूवार से जिला मुख्यालय पर अधीक्षण अभियंता बाड़मेर कार्यालय पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठेंगे.


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विद्युत कर्मचारी-अधिकारी संयुक्त संघर्ष समिति द्वारा बुधवार को इस सम्बंध में सामूहिक अवकाश अपने नियंत्रण अधिकारियों को सौपे एवं धरने पर जाने की सूचना दी गई. सभी ने ज्ञापन के दौरान एक स्वर में कहा कि पुलिस की लचर व्यवस्था एवं मिलीभगत के कारण आरोपी खुले आम घूम रहे हैं और पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार करने की बजाए पुलिस उन्हे संरक्षण देने में लगी हुई है. इससे पूरे जिले के बिजली कर्मचारियों और अधिकारियों में आक्रोश और रोष व्याप्त है. इसी के विरोध में कर्मचारी गुरुवार से सामूहिक अवकाश और अनिश्चिकालीन धरने पर रहेंगे.


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यह है पूरा मामला
उल्लेखनीय हैं कि 28 जून को इंजीनियर सुपरवाइजर डलाराम भील पर 33/11 केवी उप चौकी आसाड़ी में आयोजित बिल संग्रहण, बिल संशोधन व राजस्व वसूली शिविर में बन्नेसिंह पुत्र अनोपसिंह, जालमसिंह पुत्र हाथीसिंह राजपूत निवासी आसाड़ी जिला बाड़मेर, जसवंतसिंह पुत्र श्यामसिंह जाति राजपूत निवासी जिझनियाली जिला जैसलमेर ने सरकारी बिल्डिंग में अनाधिकृत रूप से प्रवेश कर ड्यूटी के दौरान राजकार्य में बाधा पहुंचाकर डलाराम इंजीनियर सुपरवाईजर को जातिगत शब्दो से अपनानित करते हुए जानलेवा हमला किया था, जिससे उसका सिर फट गया. 


इसके बाद कर्मचारी तीन दिन तक अस्पताल में भर्ती रहा. घटना में शामिल आरोपियों मे से एक आरोपी जालमसिंह विभाग के पूर्व में कनिष्ठ अभियंता माखनलाल मीणा के साथ मारपीट का आरोपी है. लेकिन पुलिस द्वारा 16 दिन बाद भी एक भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया है.


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