छात्रसंघ चुनाव 2022: जीत के बाद निर्दलीय प्रत्याशी बोले- ABVP और NSUI ने मुझे जिताया
पीजी कॉलेज में एबीवीपी के बागी और निर्दलीय प्रत्याशी शिवकरण सारण ने जीत हासिल की. सारण ने कहा कि एनएसयूआई और एबीवीपी छात्रों ने मेरा दिल से साथ दिया. उन्हीं की बदौलत मैं आज यह चुनाव जीत पाया हूं.
Barmer: एमबीसी गर्ल्स कॉलेज में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने एकतरफा जीत दर्ज की है, वहीं जिले के सबसे बड़े पीजी कॉलेज में छात्र संघ चुनाव में एबीवीपी को करारा झटका लगा है. एबीवीपी से बागी होकर निर्दलीय ताल ठोकने वाले शिवकरण सारण ने अध्यक्ष पद पर जीत हासिल की है.
निर्दलीय के पैनल के देवीलाल शर्मा उपाध्यक्ष और हितेश कुमार ने महासचिव पद पर भी कब्जा जमाया. सयुक्त सचिव पद पर एबीवीपी के प्रत्याशी ने बाजी मारी. पीजी कॉलेज में त्रिकोणीय मुकाबले में एबीवीपी के प्रत्याशी प्रवीण सिंह को 785 वोट एबीवीपी से बागी निर्दलीय प्रत्याशी शिवकरण सारण को 1124 वोट और निर्दलीय कैलाश मेघवाल को 387 वोट मिले, जिसमें 339 वोटों से शिवकरण सारण ने जीत हासिल की.
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जिसके बाद कॉलेज प्रशासन ने जीते छात्र संघ पदाधिकारियों को शपथ दिलाई और उसके बाद नवनिर्वाचित अध्यक्ष शिवकरण सारण अपने घर पहुंचे जहां पर अपने माता पिता से आशीर्वाद लिया. परिजनों ने भी आरती उतार कर स्वागत किया. और मां ने सोने की अंगूठी पहना कर शिवकरण को जीत की बधाई दी. इस दौरान मीडिया से रूबरू होते हुए नवनिर्वाचित अध्यक्ष शिव करण सारण ने कहा कि एनएसयूआई और एबीवीपी छात्रों ने मेरा दिल से साथ दिया और उन्हीं की बदौलत में आज यह चुनाव जीत पाया हूं. छात्रों की समस्याओं के लिए कॉलेज में मैं हमेशा अगली पंक्ति में खड़ा नजर आऊंगा. उन्होंने कहा कि मैं आज भी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में हूं, मैंने कोई संगठन के खिलाफ टिप्पणी नहीं की है, ना हि उनसे मैंने कोई संबंध बिगाड़े हैं.
निर्दलीय प्रत्यक्ष शुभकरण सारण की जीत की खबर मिलते ही उसके समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई और हजारों की संख्या में उसके समर्थकों ने घर के बाहर शिवकरण को फूल-मालाओं से स्वागत कर कंधों पर उठाकर जमकर जश्न मनाया. और घर से कार्यालय तक रैली निकाली. गौरतलब है कि निर्दलीय शिवकरण के पक्ष में एनएसयूआई के प्रत्याशी मानाराम ने अपना नामांकन वापस ले लिया था.