Barmer : बॉर्डर से लेकर राजधानी तक कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर चर्चा जोर शोर से हो रही है. राहुल गांधी ने अध्यक्ष बनने से इंकार कर दिया है. इसके बाद से सीएम अशोक गहलोत का नाम राष्ट्रीय अध्यक्ष में प्रमुखता से चल रहा है, इस बीच राजस्थान में सीएम बदलने की चर्चा भी है.


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अशोक गहलोत, राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने को लेकर पैरवी कर रहे है. इस बीच बाड़मेर में पीसीसी सदस्य निर्वाचित हो गए है. इसमें सबसे चौकान्ने वाला नाम युवा कांग्रेस नेता आजाद सिंह का है. वो पायलट गुट के मंत्री और विधायक हेमाराम चौधरी की विधानसभा क्षेत्र से सदस्य निर्वाचित हुए है.


दरअसल, कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने को लेकर नामांकन प्रक्रिया 22 सितंबर से शुरू हो रही है. अध्यक्ष चुनाव के लिए प्रदेश भर में पीसीसी सदस्य निर्वाचित हो चुके हैं. वहीं, एक दिन पहले सीएम अशोक गहलोत ने जयपुर में पीसीसी मीटिंग में सभी कार्यकर्ताओं और सदस्यों के हाथ राहुल गांधी के समर्थन में खड़ा करवाए दिए. इन सबके बीच में बाड़मेर जिले से एक राजनीति से जुड़ी खबर निकल कर सामने आई जो अपने आप में चर्चा का विषय बन गई है.


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राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव को लेकर पीसीसी की तरफ से हर विधानसभा से 2 सदस्यों को चुना गया है, जो अपना वोट देकर राष्ट्रीय अध्यक्ष को चुनेंगे. इसी के चलते बाड़मेर के युवा नेता आजाद सिंह के नाम गुड़ामालानी विधानसभा क्षेत्र से आना चर्चा का विषय है. सचिन पायलट गुट के कट्टर समर्थक वरिष्ठ नेता और वन एवं पर्यावरण मंत्री हेमाराम चौधरी यहां से विधायक हैं और आजाद सिंह भी सचिन पायलट गुट के माने जाते है.


राजस्थान में सीएम बदलता है और अगर सचिन पायलट को कमान मिलती है, तो बाड़मेर की राजनीति में भी कई बदलाव देखने को मिल सकते हैं. युवा नेता आजादसिंह बाड़मेर विधानसभा के रहने वाले और बीते कई सालों से बाड़मेर विधानसभा में सक्रिय है, लेकिन गुड़ामालानी विधानसभा से पीसीसी का सदस्य बनना कहीं न कहीं कांग्रेस जातिगत समीकरण का भी ध्यान रखे हुए है.


गौरतलब है कि युवा नेता आजादसिंह बाड़मेर विधानसभा से चुनाव की तैयारी कर रहे हैं. राजस्थान क्रिकेट संघ के कोषाध्यक्ष के रूप में काम कर चुके हैं. हाल ही में राजस्थान खेल परिषद के सदस्य भी है. वही आजाद सिंह ने कांग्रेस के शक्ति एप से को कांग्रेस की सर्वाधिक सदस्यता दर्ज करवायी साथ ही साथ इस वर्ष हुई सदस्यता अभियान में भी उनका नाम छाया रहा. कांग्रेस के हर प्रोग्राम में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं. 


केंद्र की भाजपा सरकार की नीतियों के खिलाफ भी सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन किया. कोरोना महामारी में भी आम जनता या जरूरतमंद की मदद की. ऐसे में आजाद सिंह का पीसीसी सदस्य बनना राजनीति में चर्चाओं का दौर गर्मा रहा है. आने वाले विधानसभा चुनाव में तस्वीर बदलने के सकेंत मिल रहे है.


रिपोर्टर - भूपेश आचार्य


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