Kaman, Bharatpur News: प्रदेश की कांग्रेस सरकार स्कूलों को मॉडल विद्यालय बनाने का दावा कर रही है तो दूसरी तरफ भरतपुर से ही प्रदेश की शिक्षा राज्य मंत्री जाहिदा खान की विधानसभा कामां के स्कूलों की तस्वीरें सरकार के दावों की पोल खोलती नजर आ रही है. जहां बकरियां के साथ बच्चे एक ही परिसर में रहकर पढ़ाई कर रहे है.  


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मामला कामां कस्बे के गोपीनाथ महुल्ला स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय और राजकीय संस्कृत विद्यालय का है. जहां दोनों स्कूल एक ही परिसर में संचालित होते है. इस स्कूल परिसर में बच्चों की प्रार्थना सभा में बकरियां भी जुगाली करती नजर आती है तो कभी क्लास रूम के गेट और जंगले से बंधी हुई नजर आती है. 


इस संबंध में राजकीय संस्कृत विद्यालय के प्रधानाचार्य जगदीश शास्त्री और राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय की प्रधानाध्यापिका रेखारानी का कहना है कि स्कूल मे भेड़ बकरियों को बांधे जाने के बारे में कई बार उच्चाधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है, लेकिन अभी तक समस्या का कोई समाधान नहीं हुआ है दोनों ही संस्था प्रधानों ने स्वीकार किया कि आसपास के लोगों द्वारा स्कूल परिसर में भेड़ बकरियां बांधे जाने से पढ़ाई में व्यवधान आता है बच्चों को परेशानी होती है.


इन दोनों विद्यालयों में बच्चों का नामांकन लगभग 200 है. संस्कृत विद्यालय में 92 बच्चे और 6 अध्यापक के पद है. इनमें से 2 रिक्त पद है, जबकि राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में 99 बच्चे है जबकि टीचर के 7 पद है जो सभी रिक्त है यहां पर डेपुटेशन पर 2 शिक्षक पदस्थापित है.  इन विद्यालयों में आसपास के ही बच्चे पढ़ने आते है लेकिन मूलभूत सुविधाओं का भी खासा टोटा है. यह स्थिति उपखण्ड स्तर के विद्यालय की है तो बाकी मेवात इलाके में संचालित विद्यालयों की हालत कैसी होगी इसको बेहतर ढंग से समझा जा सकता है.


Reporter - Devendra Singh


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