Bamanwas: बौंली थानांतर्गत मित्रपुरा तहसील क्षेत्र की उदगांव ग्राम पंचायत हमेशा ही सुर्खियों में रही है. नानतोड़ी निवासी 80 वर्षीय रामकुंवार मीना ने उदगांव सरपंच विनोद राणा सहित 9 नामजद लोगों के खिलाफ फर्जी पट्टे के आधार पर पीड़ित के भूखंड पर जबरन कब्जे के प्रयास और रामकुंवार और उसके परिवारजनों के साथ मारपीट करने के संबंध में बौली थाना पर प्रकरण दर्ज करवाया है. 


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पीड़ित ने एफआईआर में बताया कि उसके कोई संतान नहीं है, जिसके कारण बंदगी के लिए वह अपने नाती राकेश को अपने साथ रखता है. प्रार्थी का एक मकान अपने गांव नानतोड़ी में है, जिसमे वह रहता है, जिसका पट्टा 9 नवंबर 2004 को ग्राम पंचायत उदगांव द्वारा प्रक्रियात्मक तरीके से जारी किया गया था. प्रार्थी द्वारा उक्त पट्टे की फोटो थाने पर पेश की गई.  


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प्रार्थी ने बताया कि 14 फरवरी को सुबह करीब 11 बजे वह अपनी पत्नी और राकेश और उसके परिवार के साथ घर पर ही था कि अचानक गुलाबचंद, अंबालाल, रिंकू, राजेश, सुखराम, बसराम, सुनीता जाति मीना निवासी नानतोड़ी एक साथ उसके घर आए और कहा कि इस मकान को खाली करके चले जाओ नहीं तो जान से खत्म कर देंगे. 


जिसके बाद पीड़ित ने मकान का पट्टा होने की बात कही तो उक्त मुल्जिम नाराज हो गए और प्रार्थी की पत्नी भोरी देवी,राकेश, रामधन के साथ मारपीट की। जिसके बाद उक्त मुल्जिमो ने उक्त भूखंड का एक ओर फर्जी पट्टा होना बताया।


इसके बारे में पीड़ित रामकुंवार ने सरपंच विनोद राणा पर आरोप लगाते हुए कहा कि जब वह सरपंच के पास गया तो उसने कहा कि मेरी कलम में ताकत है. मैं 1 क्या 20 फर्जी पट्टे एक ही जगह के जारी कर सकता हूं, तुम्हे जो करना है कर लो. 


इस पर परिवादी ने ग्राम विकास अधिकारी नरेश से पट्टे की प्रमाणित प्रति लेनी चाही तो उसने साफ इंकार कर दिया, जिसके बाद प्रार्थी ने सरपंच, सचिव सहित उक्त मुल्जिमों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाकर गिरफ्तार करने की मांग की है. इस पर पुलिस ने विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर तफ्तीश मित्रपुरा पुलिस चौकी इंचार्ज उपनिरीक्षक उदयचंद को सौंपी है. वहीं, मामले को लेकर सरपंच ने उन पर लगे सभी आरोपों को निराधार बताया है. 


Reporter- Arvind Singh