Rajasthan News: करौली के नवीन हॉस्पिटल में सोलर पावर ग्रिड स्टेशन का विधिवत शुभारंभ हो गया. करौली मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल डॉक्टर आरसी मीणा, पीएमओ डॉक्टर रामकेश मीणा, एसबीआई कार्ड से करुणा, फिनिश सोसाइटी से नवल ने स्विच दबाकर सोलर पावर ग्रिड स्टेशन शुरू किया और शिला पट्टिका का अनावरण कर शुभारंभ किया. अस्पताल में 300 किलोवाट क्षमता का सोलर पावर ग्रिड स्टेशन शुरू हुआ है. हॉस्पिटल पीएमओ डॉ रामकेश मीणा और मेडिकल कॉलेज प्राचार्य आरसी मीणा ने सोलर प्लांट स्थापित करने के लिए आभार जताया तथा एसबीआई कार्ड प्रतिनिधि से नए अस्पताल में पेयजल की सुविधा के लिए मदद करने की मांग की.


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कार्बन उत्सर्जन में भी आएगी कमी 
एसबीआई कार्ड की करुणा ने बताया कि करौली नवीन हॉस्पिटल के आउटडोर 150 किलो वॉट तथा मातृ शिशु इकाई में 150 किलो वाट कुल 300 किलोवाट सोलर पावर ग्रिड स्टेशन लगा है. करौली ग्रिड स्टेशन से प्रतिदिन करीब 12 सौ से 13 सौ यूनिट बिजली का उत्पादन होगा. कंपनी प्रतिनिधि ने बताया कि सोलर पावर ग्रिड स्टेशन शुरू होने से ना सिर्फ प्रतिवर्ष करोड़ों रुपए की बचत होगी. साथ ही बिजली उत्पादन के दौरान में होने वाले कार्बन उत्सर्जन में भी कमी आएगी. वहीं, फिनिश सोसाइटी के नवल ने बताया कि करौली में स्थापित सोलर पावर सिस्टम पर करीब 1 करोड़ 50 लाख रुपए से अधिक की राशि खर्च हुई है. 


बिजली पर खर्च होने वाली लाखों रुपए की होगी बचत 
नई व्यवस्था के तहत हॉस्पिटल में सोलर पावर ग्रिड सिस्टम शुरू हो गया. इससे न केवल करौली हॉस्पिटल में बिजली संकट दूर होगा, बल्कि प्रतिवर्ष बिजली पर खर्च होने वाली लाखों रुपए की राशि की बचत भी होगी. अस्पताल को होने वाली बचत का उपयोग रोगियों के लिए सुविधाएं उपलब्ध कराने और संसाधन जुटाने में हो सकेगा. हॉस्पिटल में उपभोग से बची शेष बिजली विद्युत निगम को दी जाएगी. अस्पताल में समुचित बिजली व्यवस्था के लिए फिनिश सोसायटी द्वारा एसबीआई कार्ड के सीएसआर फंड के सहयोग से सोलर पावर ग्रिड सिस्टम स्थापित किया है. 


बिजली की आंखमिचौली से मिलेगा छुटकारा 
सूत्रों के अनुसार करौली चिकित्सालय में वर्षभर में तीनों भवनों (शहर व मंडरायल मार्ग) में लगभग एक करोड़ रुपए बिजली बिल पर खर्च हो रहे हैं. लगभग 15 लाख रुपए जनरेटरों में डीजल पर खर्च हो रहे हैं. बावजूद इसके चिकित्सालय में बिजली संकट बना रहता है. बिजली गुल होने पर अस्पताल में व्यवस्थाएं प्रभावित हो जाती हैं. गर्मियों में बिजली की आंखमिचौली और लोड अधिक होने से जनरेटर भी हाँफ जाते हैं, जिससे लैब, एक्सरे-सोनोग्राफी, सीटी स्कैन सहित अन्य जांचें ठप हो जाती थी. इससे भी निजात मिलेगा. इस दौरान एमसीएच प्रभारी डॉक्टर अनीता गुप्ता, मेडिकल कॉलेज एडिशनल प्रिंसिपल बी एल मीणा, डॉ प्रेमराज मीना, डॉ महेंद्र मीणा, डॉक्टर लखन लाल मीणा, डॉ गणेश मीणा सहित अन्य मौजूद रहे. 


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