पुलिस की मौजूदगी में दलित युवती की शादी में बवाल, जमकर हुआ पथराव, हुए कई घायल
Rajasthan Crime News: राजस्थान के भरतपुर के चिकसाना थाने के गांव नौगाया में एक दलित दुल्हे की निकासी के दौरान गुरुवार देर रात करीब साढ़े 10 बजे विवाद हो गया.हालांकि प्रशासन ने अस्पताल में दो घायलों के पहुंचने का दावा किया है.
Rajasthan Crime News: राजस्थान के भरतपुर के चिकसाना थाने के गांव नौगाया में एक दलित दुल्हे की निकासी के दौरान गुरुवार देर रात करीब साढ़े 10 बजे विवाद हो गया. दो पक्षों के बीच हुए विवाद के बाद पथराव कर दिया गया. इससे गांव में अफरा-तफरी मच गई.
पथराव में करीब एक दर्जन लोगों के चोटिल होने की बात सामने आई है, हालांकि प्रशासन ने अस्पताल में दो घायलों के पहुंचने का दावा किया है. बताते हैं कि एक पक्ष के कुछ असामाजिक तत्वों ने निकासी के दौरान पुलिस के वाहन पर दीवार को गिरा दिया. इससे पुलिस का वाहन क्षतिग्रस्त हो गया. आश्चर्य की बात यह है कि पथराव की यह घटना पुलिस के सामने हुई है.
क्योंकि विवाद की आशंका के चलते गांव में एक दिन पहले से ही पुलिस बल को तैनात किया गया था, लेकिन डीएसपी आंकाक्षा स्थिति को संभाल नहीं पाई,एएसपी मुख्यालय लालचंद कायल की मौजूदगी में पुलिस गाड़ियां क्षतिग्रस्त कर दी गई. इससे पूर्व दूसरे पक्ष की महिलाओं ने पुलिस के वाहनों के सामने खड़े होकर निकासी का विरोध किया. हालांकि एसपी मृदुल कच्छावा ने देर रात्रि को मौके पर पहुंच स्थिति को सम्भाला व दलित दूल्हे की घुड़चढ़ी के बाद बारात को सुरक्षित वधु पक्ष के घर तक पहुंचाया.
जानकारी के अनुसार गांव के राजवीर ने थाना चिकसाना पुलिस को एक प्रार्थना पत्र पेश किया कि वह दलित जाति से है. उसकी बहन की 11 जुलाई को शादी है, इसमें कुछ लोग उपद्रव मचा सकते हैं. इससे उसकी बहन के विवाह में व्यवधान पैदा हो सकता है.
इस पर एसएचओ चिकसाना देरावर सिंह ने संवदेनशीलता बरतते हुए शिकायत को गंभीरता से लिया. साथ ही इस संबंध में उच्च अधिकारियों को भी अवगत कराया. इस पर उच्च अधिकारियों के निर्देश पर विवाह समारोह से एक दिन पूर्व ही 10 जुलाई को गांव नौगाया में विवाह स्थल पर पुलिस का जाब्ता तैनात कर दिया.
इतना ही नहीं जिन लोगों की ओर से विवाह समारोह में उत्पात मचाने की आशंका जताई गई थी, उन्हें चिन्हित कर एहतियात के तौर पर उन लोगों की समझाइश करने के साथ हिदायत भी दी गई. रात करीब पौने नौ बजे जब बारात आने पर निकासी शुरू की गई तो अचानक बारिश शुरू हो गई. ऐसे में बीच में निकासी को रोकना पड़ा.
बारिश बंद होने के बाद जब निकासी फिर से शुरू की गई तो दूसरे पक्ष की महिलाओं ने विरोध शुरू कर दिया. पुलिस के वाहनों के सामने खड़े होकर बारात निकासी का विरोध जताया. कुछ देर बाद ही निकासी के रास्ते में कुछ असामाजिक तत्वों ने एक दीवार को गिरा दिया, जो कि पुलिस के एक वाहन पर जाकर गिरी. कुछ लोगों ने पथराव भी कर दिया.
इसमें रामचरण पुत्र तूफान में (70) कैलूरी, वेदपाल पुत्र विजय सिंह नौगाया घायल हो गए. इन्हें आरबीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया. बाकी लोगों को छिटपुट चोट आई हैं. पुलिस को उपद्रवियों को खदेडऩे के लिए हल्का बल प्रयोग भी किया. घटना की सूचना पर एसपी मृदुल कच्छावा भी देर रात मौके पर पहुंचे.
इसके बाद दलित दुल्हे की निकासी शांतिपूर्ण तरीके से निकाली गई. साथ ही गांव को पुलिस छावनी बना दिया गया. इस दौरान एसडीएम रवि कुमार, तहसीलदार अक्षय प्रेम चेरवाल, एएसपी मुख्यालय लालचंद कायल सहित पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहे.
पीडि़त बोला,पुलिस को बता दिया था
पीड़ित ने बताया कि उसकी बहन की शादी में विवाद होने की आशंका पर एसडीएम, कलेक्टर, संभागीय आयुक्त को पत्र देकर बता दिया था कि गांव में बारात नहीं निकलने देंगे. पुलिस के सामने ही जब निकासी निकलने लगी तो भूरी ठाकुर, सहदेव, देशराज के मकान आए तो बारात को रोकना चाहा तो दीवार गिरा दी. पुलिस की गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई.
इनका कहना है
कुछ असामाजिक तत्वों की ओर से पुरानी दीवार को गिरा दिया गया, जो कि पुलिस की गाड़ी पर आकर गिरी. दो लोग घायल हुए हैं. बारात शांतिपूर्ण तरीके से घर तक पहुंची है. फायरिंग की कोई घटना नहीं हुई है. पुलिस की मौजूदगी में शादी कराई जा रही है. पुलिस व प्रशासन गांव में मौजूद है. गांव में अब शांति है.
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