करौली: नांगर शेरपुर क्षेत्र की आदर्श पीएससी कही जाने वाली बालघाट आदर्श राजकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर रविवार को परिवार नियोजन कार्यक्रम के तहत नशबंदी शिविर का आयोजन किया गया. नशबंदी शिविर में क्षेत्र की 22 महिलाओं ने नसबंदी कर ऑपरेशन किया गया. ऑपरेशन शिविर में सर्जन डॉ. सियाराम मीना द्वारा दूरबीन पद्धति से ऑपरेशन किया गया.


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लेकिन ऑपरेशन के बाद महिलाओं को स्वास्थ्य केंद्र प्रशासन के द्वारा क्षेत्र में इन दिनों पड़ रही कड़ाके ठंड में नीचे फर्श पर ही लिटा दिया गया. इस सर्दी के मौसम में फर्श ठंडी होने के कारण नशबंदी शिविर में ऑपरेशन करवाने ऐसी महिलाएं सर्दी से कांपती रही लेकिन उससे भी चिकित्सालय प्रबन्धन का दिल नहीं पसीजा. मौके पर उपस्थित ग्रामीणों का कहना है कि क्या यही आदर्श पीएससी है, इस कड़ाके की ठंड में ऑपरेशन के बाद महिलाओं को फर्श पर लिटाना चिकित्सालय प्रबन्धन की लापरवाही को उजागर करता हैं.



जबकि परिवार नियोजन कार्यक्रम पर राज्य सरकार शिविर में ऑपरेशन करवाने आने वाली महिलाओं के स्वास्थ्य व सफल ऑपरेशन के लिए पानी तरह पैसा बहा रही है. लेकिन स्थानीय चिकित्सा विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के चलते शिविर में ऑपरेशन करवाने आई महिलाओं के स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही बरत रहे है जो अपने आप मे एक गम्भीर विषय है.


वहीं नसबंदी कराने आई महिलाओं के साथ आए परिजनों ने भी प्रशासन के द्वारा के इस लापरवाही का विरोध किया लेकिन बावजूद इसके नसबंदी करवा चुकी महिलाएं फर्श पर ही लेटी रही. कड़ाके की ठंढ़ में नसबंदी को आई हुई महिलाओं के लिए फर्श पर सिर्फ एक दरी बिछा कर लिटा दिया गया. यहां तक कि कई महिलाओं की ठेढ़ से तबियत भी बिगड़ने लगी लेकिन प्रशासन को इस बात को भी दरकिनार कर दिया और महिलाएं नसबंदी के बाद जमीन पर एक दरी के सहारे लेटी रहीं. 


हालांकि कई महिलाओं ने प्रसाशन की इस लापरवाही की शिकायत स्वास्थ्य विभाग को करने का मन बना लिया है. लेकिन अब देखने वाली बात ये होगी की शिकायत के बाद विभाग महिलाओं के साख हुई इस लापरवाही पर क्या कोई संज्ञान लेगी?