कोरोना के वक्त मॉडल बने भीलवाड़ा में अब लंपी स्किन गायों की बचाई जा रही जान
फिलहाल क्वारंटाइन सेंटर में 60 लंपी स्किन गाय मौजूद थे, सेंटर में लायी गयी तीन गायों की मौत हो चुकी है बाकी 13 ठीक हो चुकी गाय क्वारंटाइन सेंटर में अलग रखी गयी हैं. जिनको गोशाला में भेजनी की व्यवस्था की जाएगी.
Bhilwara : राजस्थान के भीलवाड़ा में जिस तरह कोरोना संक्रमण पर काबू पाने के लिए क्वारंटाइन सेंटर बनाकर भीलवाड़ा देश में रोल मॉडल बना था. उसी तरह गायों में फैली लंपी डिजीज की रोकथाम के लिए भी भीलवाड़ा नगर परिषद ने अनूठी पहल की है, जहां गायों के उपचार के लिए बनाये गये क्वारंटाइन सेंटर से अभी तक 13 गाय ठीक हो चुकी हैं.
फिलहाल क्वारंटाइन सेंटर में 60 लंपी स्किन गाय मौजूद थे, सेंटर में लायी गयी तीन गायों की मौत हो चुकी है बाकी 13 ठीक हो चुकी गाय क्वारंटाइन सेंटर में अलग रखी गयी हैं. जिनको गोशाला में भेजनी की व्यवस्था की जाएगी.
भीलवाड़ा नगर परिषद की आयुक्त दुर्गा कुमारी ने कहा की लंपी डिजीज की रोकथाम के लिए हमने क्वारंटाइन सेंटर बनाये हैं. इसमें वर्तमान में 60 संक्रमित गाये मौजूद है. हमारा उद्देश्य है कि ये संक्रमण ज्यादा नहीं फैले इसीलिए क्वारंटाइन सेंटर बनाया है. वही भीलवाड़ा नगर परिषद के सभापति राकेश पाठक ने कहा कि क्वारंटाइन सेंटर में गायों को दूर-दूर रखा गया है और उनकी दिनभर देखभाल की जा रही है, जिससे वो तुरंत ठीक भी हो रही है.
गायों का उपचार कर रहे पशुधन सहायक देवेंद्र शर्मा ने कहा कि लंपी डिजीज की रोकथाम के लिए पशुपालन विभाग की ओर से मुझे क्वारंटाइन सेंटर में गायों के उपचार के लिए तैनात किया है. यहां में प्रतिदिन गायों का उपचार करता हूं. सरकार की ओर से जो भी दवाइयां उपलब्ध करवाई है, उससे इन गायों का उपचार किया जा रहा है.
वहीं शहर में निराश्रित लंपी संक्रमित गायों को एंबुलेंस तक पहुंचाने वाले नगर परिषद कर्मचारी गोपाल सिंह चौहान ने कहा कि सूचना मिलते ही संक्रमित गाय को क्वारंटाइन सेंटर लाया जाता है और इलाज शुरु कर दिया जाता है.
रिपोर्टर- दिलशाद खान
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