Bhilwara news: राजस्थान के भीलवाड़ा में किसान आयोग के अध्यक्ष महादेव सिंह खंडेला की अध्यक्षता में सोमवार को नगर परिषद टाउनहॉल में कृषक संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान विवादित बयान सामने आया है. खंडेला ने सीकर में युवक के डूबने के मामले में यह विवादित बयान दिया, जिसमे उन्होंने कहा कि एसे तो रोज़ ही लोग तालाबो में नादियो में डूब रहे है. खण्डेला के इस बयान की सोशल मीडिया पर खासी चर्चा हो रही है.


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किसान आयोग का मकसद
राजस्थान किसान आयोग के अध्यक्ष खंडेला ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बताया कि राजस्थान किसान आयोग का गठन किसानों की समस्या के साथ सुझावों को राज्य सरकार तक पहुंचाने के लिए किया गया है. इसी उदेश्य के साथ माननीय मुख्यमंत्री की मंषानुरूप कृषकों की समस्याओ को सुनने एवं समस्या समाधान सुझाव हेतु यह कृषक संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया है . कार्यक्रम में राज्य सरकार द्वारा कृषकों के हित के लिए चलाई जा रही योजनाओं के बारे में चर्चा की गई तथा योजनाओ का लाभ लेकर अपनी आय बढ़ाने का कृषकों से आहवान किया. 


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कृषकों द्वारा बताई गई समस्या
संवाद कार्यक्रम में चर्चा के दौरान कृषकों द्वारा बताई गई समस्याओं को सुना तथा लिखित में भी ली गई समस्याओं के बारे में बताया कि इनका अवलोकन करा कर कृषक हित में राज्य सरकार को लागू करने हेतु अनुशंषा के साथ भिजवाने का आश्वासन दिया. उन्होंने राज्य सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी. कार्यक्रम में कहा गया कि हाइटेक खेती करने हेतु किसानो को आगे आना चाहिये तथा कृषि के क्षेत्र में हो रहे नवीनतम तकनिकी को अपना कर फसल उत्पादन एवं आय बढ़ाई जा सकती है. इस दौरान किसानो से क्षेत्र में कार्यरत कृषि कार्मिकों से सम्पर्क कर समस्याओं का निराकरण कराये जाने का आहवान किया.


कृषि अर्थशास्त्री व पूर्व निदेशक महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर डॉ सुखदेव सिंह बुरड़क ने कहा कि बिना संवाद के कोई समाधान नहीं होता है. उन्होंने कृषकों को बाजार में कृषि जिंसो का समयानुसार विपणन की सलाह दी व जागरूक होकर सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ लेने की बात कही. अपनी फसलों के विपणन के लिए उचित बाजार की उपलब्धता आदि के बारे में भी जानकारी दी. अतिरिक्त निदेशक, कृषि (वि.) खण्ड भीलवाडा डॉ. रामावतार शर्मा द्वारा स्वागत उद्बोधन में जिले की कृषि परिदृश्य तथा राज्य सरकार द्वारा संचालित किसान हितार्थ योजनाओं के लक्ष्य एवं प्रगति से अवगत कराया गया.


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साथ ही उद्यान विभाग द्वारा संचालित योजनाए सोलर, सब्जी बीज मिनिकिट, फव्वारा संयंत्र, सुक्ष्म सिंचाई योजना आदि की जानकारी उपस्थित किसानो को दी गई. कार्यक्रम में राजस्थान किसान आयोग सदस्य एस के जैन, अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) राजेश गोयल, राजस्थान किसान आयोग उपसचिव डॉ. नीता, संयुक्त निदेशक कृषि (विस्तार) इंद्रसिंह संचेती, कृषि वैज्ञानिक पूर्व कुलपति, कृषि विश्वविद्यालय कोटा डॉ जी०एल० केसवा जैविक कृषि विशेषज्ञ प्रो. ओ.पी.खेदड, उद्यानिकी विशेषज्ञ व निदेशक श्री कर्ण नरेन्द्र कृषि विश्वविद्यालय जोबनेर डॉ. इन्द्र भूषण मौर्य, फसलोत्तर प्रबन्ध विशेषज्ञ, प्रधान वैज्ञानिक (बागवानी), केन्द्रीय शुष्क कृषि अनुसंधान केन्द्र, प्रादेशिक अनुसंधान संस्थान, बीकानेर डॉ. बीरबल, प्रगतिशील कृषक श्रीमति सोहनी चौधरी आदि मौजूद रहे.