Bhilwara News: शहर की कोतवाली थाना पुलिस का अमानवीय चेहरा सामने आया है. दरअसल एक 70 वर्षीय वरिष्ठ दिव्यांग को प्रताड़ित किया जा रहा है. पीड़ित ने उच्च अधिकारियों को कई बार इस मामले में शिकायत दी, लेकिन कार्रवाई नहीं हो पाई. अब इस मामले में आयोग ने दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. पीड़ित महावीर पारख में कोतवाली थाने में तैनात कोतवाल राजपाल सिंह, एसआई ओम प्रकाश गोरा, एएसआई रशीद मोहम्मद के खिलाफ जिला पुलिस अधीक्षक से लेकर सांसद तक कार्रवाई का अनुरोध किया. 

 

शास्त्री नगर निवासी पारख ने बताया कि उन्होंने तीनों आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ क्रूरता व प्रताड़ित करने के संबंध में 12 सितंबर को तत्कालीन एसपी राजन दुष्यंत को रिपोर्ट दी, जिसकी जांच एसपी ने सीओ सिटी अशोक जोशी को सौंपी, लेकिन सीओ जोशी ने कोई कार्रवाई नहीं की और ना ही उन्हें बयान देने के लिए बुलाया गया, जबकि एसपी ने प्रार्थी को सीओ सिटी के पास जाकर बयान देने और उनके पास उपलब्ध दस्तावेज को सीओ सिटी के समक्ष पेश करने के निर्देश दिए थे. 

 

इसके लिए पीड़ित सीओ सिटी से मिलने के लिए कई बार कार्यालय गया, लेकिन वह मिले ही नहीं. कुछ दिन पहले मोबाइल पर बातचीत में सीओ जोशी ने उन्हें बताया कि रिपोर्ट की जांच कर एसपी को रिपोर्ट भेज दी गई है. परिवादी पारख ने अंदेशा जताया कि प्रार्थी के खिलाफ कोतवाली पुलिस के अधिकारी झूठी रिपोर्ट करके झूठी कार्रवाई कर सकते हैं. तीनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर सांसद और एसपी से आग्रह किया गया. मामले में भीलवाड़ा पुलिस से निष्पक्ष न्याय नहीं मिलने की उम्मीद के चलते पीड़ित ने न्यायालय राज्य आयुक्त विशेष योगदान में शिकायत दर्ज करवाई थी, जिस पर आयोग ने पुलिसकर्मियों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई के आदेश दिए. 

 

तीनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ पुलिस अधीक्षक को लिखा और 30 दिन में की गई कार्रवाई की रिपोर्ट आयोग में भेजने के लिए निर्देशित किया गया है. आपको बता दें कि पीड़ित ने कोतवाली थाने में धोखाधड़ी के कई मामले दर्ज करवा रखे हैं. कोतवाली पुलिस ने मामले में आरोपियों से मिलीभगत कर एफआईआर लगा दी. इसकी एसओजी ने जांच कर आरोपी को गिरफ्तार किया और गलत अनुसंधान करने पर कोतवाली के खिलाफ एसपी को रिपोर्ट दी. उसके बाद से पारख को कोतवाली बुलाकर प्रताड़ित किया जा रहा है. एक विकलांग के साथ हो रही बदसलूकी के खिलाफ आयोग ने बड़ा एक्शन लिया है.