Bhilwara News: भीलवाड़ा के मांडलगढ़ की बनास नदी में खनिज विभाग की कथित लापरवाही के चलते खनन माफिया का एक नया खेल सामने आया है,खनन माफिया ने फर्जी रवन्ना बुक छपवाकर करीब एक हजार से अधिक ट्रकों में हजारों टन बजरी का परिवहन कर लिया हैं,जिससे सरकार को लाखों रुपए के राजस्व का चूना लगाया गया हैं,बनास नदी में पिछले दो माह से अवैध बजरी खनन लगातार चल रहा है.


करोड़ों रुपये की वसूली की हैं


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मांडलगढ़ में बनास नदी के दोवनी,गेता पारोली,खेरपुरा,श्रीपुरा ओर जीवा खेडा के आसपास जमकर बजरी खनन कर ट्रकों में भरा जाता हैं,इन अवैध बजरी की ट्रकों के परिवहन को वैध करने के लिए माफिया गिरोह ने एक फर्जी रवन्ना को 10 से 15 हजार रुपए में बेचकर करोड़ों रुपये की वसूली की हैं,माफ़िया गिरोह का प्रमुख केंद्र नेशनल हाइवे मार्ग पर कुड़ी गांव के पास बना रखा है.


मांडलगढ़ में यह खेल खेला गया है


इस मामले में भीलवाड़ा खनिज विभाग के सूत्रों ने बताया कि भीलवाड़ा के पास कान्याखेड़ी में मातेश्वरी कन्ट्रेक्शन ने 1800 टन बजरी स्टॉक नीलामी में 12 जनवरी 2024 को छुड़वाया था,ओर विभाग ने 28 फरवरी 2924 को 200 पन्नों की रवन्ना बुक जारी की गई.लेकिन खनन माफिया ने इसी रवन्ना के हूबहू फर्जी रवन्ना बुक छपवाकर मांडलगढ़ में यह खेल खेला गया है.


इन फर्जी रवन्ना की जांच तक नहीं की


लेकिन दो माह से मांडलगढ़ से लेकर कोटा तक हजारों ट्रक अवैध बजरी परिवहन कर कोटा ओर अन्य जिले तक बेरोकटोक पहुंच गए,लेकिन किसी ने इन फर्जी रवन्ना की जांच तक नहीं की.वहीं, जिम्मेदार अफसरों की निगरानी ओर कार्यप्रणाली पर खनन माफिया का यह खेल कई सवाल खड़े कर रहा हैं.इस मामले में खनिज विभाग के अधिकारियों से बात की गई तो पल्ला झाड़ते नजर आए.


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