Bhilwara News: तीखे हुए लाल मिर्ची के तेवर, 300 प्रति किलो बढ़ गए दाम
Bhilwara News: भीलवाड़ा में आई मिर्ची ने किसानों के साथ-साथ व्यापारी और ग्राहक को रुला रही है, लाल मिर्ची के दाम आसमान छू रहे हैं और किसानों की मेहनत पर पानी फिर गया है.
Bhilwara News, भीलवाड़ा: यूं तो लाल मिर्ची मसालों में काफी अहम भूमिका निभाती है. लाल मिर्ची जायके के स्वाद में चार चांद लगाने का कार्य करती है, लेकिन इस बार बेमौसम बरसात ने ऐसे हालात पैदा कर दिए हैं, जिससे लाल मिर्ची के तेवर और तीखे हो गए हैं और किसानों की मेहनत पर पानी फिर गया है.
यहां राजस्थान के बाहरी राज्यों से आई लाल मिर्ची के भावों ने जहां व्यापारियों की कमर तोड़ दी है तो वहीं किसानों की उम्मीदों पर भी पानी फेर दिया है. इस बार आसमान छूते मिर्ची के भाव ने खरीदारों के बजट को भी बिगाड़ दिया.
इस बार सूखी लाल मिर्च के भाव में काफी बढ़त देखने को मिल रही हैं. इस बार मिर्च की फसल में कीड़े लगने और मध्यप्रदेश में अधिक बारिश के कारण मिर्च का उत्पादन प्रभावित हुआ हैं, जिसके कारण बाजार में उपलब्धता कम होने के कारण सूखी लाल मिर्च का भाव तेज हो गया हैं.
मिर्च मंडी व्यापारी महेश जागेटिया ने बताया कि पिछले साल के मुकाबले इस साल मिर्च के भावों दुगूने हो गए हैं. उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश से जो देशी मिर्ची आती थी, जिसे राजस्थान में बहुत पसंद किया जाता है, जिसकी पैदावार बीस प्रतिशत ही हुई है.
धामनोर, बेहरिया, इंदौर, मनावा आदि क्षेत्रों में पानी गिरने से फसल खराब हो चुकी है और मिर्ची के भावों में तेजी देखने को मिल रही है. 100- 150 प्रति किलो बिकने वाली मिर्ची अभी 400 रुपये प्रति किलो के भाव से बिक रही है. फिर भी ग्राहकों को जो क्वालिटी चाहिए वह नहीं मिल पा रही है.
व्यापारियों का मानना है कि भावों में और भी तेजी हो सकती है. जागेटिया ने कहा कि इस समय भावों में गिरावट होने चाहिए थी, लेकिन इसके उल्टे और भाव बढ़ गए है और व्यापार मंदा हो गया. अभी जो मिर्ची के भाव चल रहे हैं, वो अब तक के सर्वोच्च शिखर पर हैं. इतनी महंगी मिर्च कभी नहीं बिकी. रेटों में गिरावट के बारे में जागेटिया ने कहा कि अगले महीने आंध्र प्रदेश के गुंटूर से नई पैदावार आने के बाद ही रेटों में कमी भी संभव हो पाएगी.
इस बार बारिश की मार से मिर्ची की फसल की हालत काफी बुरी है. इस पर मध्य प्रदेश के रतलाम जिले से मिर्ची बेचने आय किसान बद्रीलाल ने अपना दुख जाहिर करते हुए कहा कि इस बार बेमौसम की अत्यधिक बरसात के कारण हमारी मिर्ची की फसल को काफी नुकसान हुआ है. हमनें मिर्ची की खेती कर्जा लेकर की थी, लेकिन बेमौसम बारिश के कारण हमें यहां पर लागत का आधा भाव भी नहीं मिल पा रहा है. इस बार हमें काफी नुकसान हुआ है और यह सारा नुकसान हमें अपनी जेब से भरना पड़ेगा.
Reporter-Dilshad Khan