Bhilwara News: राजस्थान के भीलवाड़ा शहर में ब्याज माफियाओं का आतंक इस कदर बढ़ चुका है कि इनके जाल में फंसे एक चार्टेड अकाउंटेंट को परिवार सहित जिला पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत के सामने पेश होकर इच्छा मृत्यु की मांग करनी पड़ी. परिवादी के अधिवक्ता अंकित बांगड़ ने बताया कि पेशे से चार्टेड अकाउंटेंट राहुल दरगड़ ने माहेश्वरी समाज के लोगों से पैसे उधार लिए इन लोगों ने 6 रुपए से लेकर 15 रुपए सैकड़ा प्रतिमाह तक ब्याज वसूला और पिछले करीब 7 वर्ष से उसे धमकाकर गैर कानूनी वसूली करते रहे. 


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दरगड़ ने शिकायत में बताया कि ऑफिस चालू करते समय वर्ष 2016 में निजी आवश्यकताओं के चलते उसने कुछ लोगों से करीब 20-25 लाख रुपए 1 से 1.5 रुपये प्रति सैकड़ा की दर से उधार लिए. कुछ माह तक ऑफिस सेट नहीं हो पाया. जिसके चलते आर्थिक स्थिति बिगड़ गई जिसकी जानकारी ब्याज माफियाओं को हो गई और यहीं से उन सभी के द्वारा सूदखोरी का खेल शुरू हुआ. माफिया दबाव बनाने लगे कि अब ब्याज की दर 7 रुपये से 12 रुपया प्रति सैकड़ा प्रति माह लगेगी. उस समय से वे उन सभी के जाल में फंसकर उनकी नाजायज और गैर कानूनी ब्याज की मांग पूरी करता गया. 


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दरगड़ ने शिकायत में बताया कि पिछले आठ वर्षों में करीब 7 करोड़ से अधिक ब्याज चुकाने के बाद भी इन सूदखोरों का हिसाब 10 करोड़ से अधिक निकल रहा है, जबकि इस दौरान जीवन भर की कमाई और करीब 2 करोड़ का लोन भी इन सूदखोरों द्वारा हड़प लिया गया. साथ ही उसकी पत्नी के करीब 50 तोला जेवरात और मां के 30 तोला जेवरात भी इन सूदखोरों के आतंक के चलते बेचने पड़े. करीब 15 दिन पूर्व एक सूदखोर द्वारा भेजे गए गुंडों ने परिवादी के घर में घुसकर मारपीट की और धमकाया कि एक माह में अगर 10 का ब्याज और 10 रुपए सैकड़ा की पेनल्टी नहीं दी तो तुझे खत्म कर देंगे. 


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चार्टेड एकाउंटेंट ने शिकायत में यह भी बताया कि उस दिन से वह पूरी तरह टूट गया और दो बार आत्महत्या का प्रयास किया लेकिन पत्नी और बच्चों का मासूम चेहरा देखकर रुक गया. फिर घर से भाग जाने की सोची तो भी हिम्मत नहीं जुटा पाया. दरगड़ ने पुलिस अधीक्षक से सूदखोरों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कानूनी कार्रवाई कर सजा दिलाने या उसे पत्नी सहित इच्छा-मृत्यु की अनुमति देने की मांग की. 


शिकायत में दरगड़ ने नीरज हेडा, महेश भदादा, हरीश पोरवाल, कैलाश चौधरी, महेश डाड, शांतिलाल डाड, शिवम काकानी, सुरेश दरक, पुष्पा अजमेरा, कौशल पोरवाल, दिनेश आगाल, गोविंद भंडारी, शंभु झंवर, सुधीर सोनी, हर्षवर्धन राठौड़ व अन्य करीब 17 से ज्यादा ब्याज माफियाओं के खिलाफ शिकायत दी है.