Bhilwara: भीमगंज थाना क्षेत्र में पुराने भीलवाड़ा इलाके में आमजन में दहश्त का कारण बने बंदरों की धरपकड़के लिए जयपुर से टीम बुलाई गई है. इस टीम ने अब तक 15 बंदरों को पकड़ा है. हालांकि बंदरों की दहशत अभी खत्म नहीं हो पाई है.


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बता दें कि भीलवाड़ा में पुराने शहर के विभिन्न इलाकों में पिछले एक सप्ताह से बंदरों का उत्पात जारी है. ये उत्पाती बंदर अब तक 50 से ज्यादा लोगों पर हमला कर उन्हें जख्म दे चुके हैं. शुक्रवार को जिला कलेक्टर आशीष मोदी ने इस मामले को गंभीरता से लिया और वन विभाग व नगर परिषद को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए. इसके बाद उत्पाती बंदरों को कैद करने वाली जयपुर की गारगी एनीमल्स केचर एंड कंट्रोल सर्विस प्रावाइडर संस्था को भीलवाड़ा बुलाया गया.


विजय पाल सिंह के नेतृत्व में आई इस टीम ने शनिवार सुबह नगर परिषद के जमादारों को साथ लेकर पुराने शहर में उत्पाती बंदरों की धरपकड़ की कार्रवाई शुरु की. अब तक 23 बंदरों को इस टीम ने पिंजरों में कैद कर लिया था. टीम इंचार्ज विजय पाल ने बताया कि दरअसल बंदरों की दो टीमें होती है. एक फिमेल और दूसरी मेल टीम. फिमेल टीम के साथ एक मेल, जबकि दूसरी टीम में सभी मेल बंदर होते हैं.


इसी घुसपैठ को लेकर अक्सर इन बंदरों में झगड़ा होता है और ये उत्पात मचाते हुये आमजन को अपना निशाना बना लेते हैं. विजय पाल का कहना है कि अभी यह कहा नहीं जा सकता है कि आमजन को शिकार बनाने वाले सभी बंदर पिंजरे में कैद हो चुके हैं. इसलिय टीम अभी एक-दो दिन और शहर में ही डेरा डालकर बाकी बंदरों की धरपकड़ करेंगी. बाद में सभी बंदरों को अच्छे वातावरण में जंगल में छोड़ेगी.


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