Mandalgarh: राजस्थान के भीलवाड़ा के मांडलगढ़ कस्बे में राजकीय नाला और रेलवे की भूमि में खनन माफिया द्वारा ग्रेवल मिट्टी का खनन किया जा रहा हैं. जेसीबी मशीनों से रात के अंधेरे में सैंकड़ो टन मिट्टी का अवैध खनन कर ले जाने पर तहसीलदार ने कार्रवाई के निर्देश दिए है लेकिन कार्रवाई करने प्रशासन की टीम मौके पर पहुंचती इससे पहले ही अवैध खननकर्ता मौके से भाग छूटे.


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इन दिनों अवैध खनन पर अंकुश लगाने के लिए राज्य में एक माह का विशेष अभियान प्रशासन ने चला रखा हैं लेकिन मांडलगढ़ में कई जगह खनन माफिया द्वारा धड़ल्ले से मिट्टी का अवैध खनन धडल्ले से किया जा रहा हैं. कस्बे में कॉलेज के सामने नाला, रेलवे कॉलोनी के निकट नाड़ी और इंदिरा रसोई के पास नाले में रात के अंधेरे में जेसीबी मशीनों से मिट्टी और ग्रेवल का अवैध खननकर ट्रैक्टर-ट्रॉलियों से परिवहन किया जाता हैं. जिससे सरकारी भूमि से हजारों टन मिट्टी का खनन और परिवहन कर राजस्व का चूना लगाया गया हैं. वहीं अवैध खनन के दौरान हरे पेड़ पौधों को उखाड़ कर फैंकने से पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचाया जा रहा हैं.


बता दें कि भीलवाड़ा जिले का ऊपर माल क्षेत्र यानी मांडलगढ़ और बिजोलिया खनन क्षेत्र है यहां प्रचुर मात्रा में विभिन्न प्रकार के खनिज पाए जाते हैं. लाला की प्रशासन और पुलिस विभाग के दावा करता है कि यहां अवैध खनन रोकने के लिए प्रभावी कार्रवाई की जाती है लेकिन फिर भी क्षेत्र में अवैध खनन का कारोबार धड़ल्ले से जारी है और विभाग शिकायतों के इंतजार में बैठा रहता है.


कस्बे में इंदिरा रसोई के पास गैर मुमकिन नाला और रेलवे की भूमि पर मिट्टी ग्रेवल अवैध खनन और परिवहन की शिकायत मिली, जिस पर गिरदावर घनश्याम बारेठ और पटवारी ममता बन्दोलिया को मौके पर भेजा गया लेकिन अवैध खननकर्ता मौके से भाग गए. अवैध खनन का मौका पर्चा बना कर खनिज विभाग को कार्रवाई के लिए भेजा गया हैं.


Report: Mohammad Khan


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