Kotri, Bhilwara News: गेंदलिया कस्बे के निकटवर्ती दांथल गांव में  गाजे-बाजे के साथ दांथल श्याम रजत बेवाण में विराजमान होकर बारात लेकर निकले. तुलसी संग शादी रचाने निकले तो आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ा.


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ग्रामीणों ने जगह-जगह भगवान पर पुष्प वर्षा की. सरपंच लोकेंद्र सिंह पुरावत ने बताया कि पांच दिवसीय कार्यक्रम के तहत ग्रामीणों ने  भगवान चारभुजानाथ को राखी, डोरडे  के साथ दांथल श्याम की बिंदोली बड़े ही धूमधाम और गाजे -बाजे के साथ निकाली गई. 


सरपंच लोकेंद्र सिंह ने बताया कि चारभुजा नाथ मंदिर से रविवार को दिन में सवा एक बजे पुजारी राजू वैष्णव ने दांथल श्याम दूल्हे की वेशभूषा में सजाकर को रजत बैवाण में विराजमान कर भगवान की निकासी के साथ ही बैलगाड़ियों व लोग, महिलाएं पैदल चलने  के साथ बारात रवाना हुई, जो गांव के विभिन्न मार्गों से होकर दांथल, हलेड गांव से होकर दस किलोमीटर दूर तिलकनगर सेक्टर 6 और 7 पुरषोत्तम व्यास दांथल के निवास भीलवाड़ा पहुंची.


यहा तोरण की रस्म अदा करने के बाद भगवान ने तुलसी संग फेरे लेकर शादी रचाई गई. दांथल गांव से भगवान दांथल श्याम बारातियों के साथ बैलगाड़ियों से रवाना हुए तो पूरा गांव भक्तिमय हो गया. बैलों के ऊपर रंगीन चादर और गले में घंटियों, पैरों में घुंघरू की मधुर आवाज के साथ बैलगाड़ी में सवार होकर भगवान तुलसी संग शादी रचाने निकले.


इस दौरान वातावरण भक्तिमय हो गया. ग्रामीणों के द्वारा जगह-जगह पर बारात का स्वागत किया गया. श्याम के बैवाण पर पुष्प बरसाए गए. बारात में बनो मारो चारभुजानाथ रो नाथ , बनी मारी तुलसा लाडली जैसे भजनों पर ग्रामीण, महिलाएं, युवतियां, युवक और श्याम भक्त नाचते गाते चल रहे थे.  


Reporter-Dilshad Khan