Bhilwara: राजस्थान के भीलवाड़ा में 10 साल पहले महज 2 हजार रुपए महीने की पगार से गुजारा चलाने वाले शहर के युवक बंटी डायर ने बॉडी बिल्डिंग के जरिए खुद को इस काबिल बनाया कि वह पुलिस में कांस्टेबल बन गए. उसके बाद उनकी जिंदगी में कई उतार चढ़ाव आते रहें और मुकाम हासिल करते रहें. इस बार इन्होंने पुणे में आयोजित प्रतियोगिता के गोल्ड मेडल जीत कर ना सिर्फ राजस्थान पुलिस का नाम रोशन किया बल्कि युवाओं के भी बंटी आदर्श बन गए हैं.


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शहर के सांगानेरी गेट क्षेत्र में रहने वाले बंटी के पिता रमजान मोहम्मद फलों का व्यवसाय करते थे. परिवार की आर्थिक स्थिति ज्यादा अच्छी नहीं थी. ऐसे में 2 हजार रुपए में जिम ट्रेनर की नौकरी करते हुए खेल के साथ पढ़ाई भी जारी रखी. वर्ष 2017 में आल इंडिया यूनिवर्सिटी कंपीटिशन में बंटी ने कांस्य पदक जीता. इस आधार पर पुलिस में कांस्टेबल पद के लिए आवेदन किया था. अक्टूबर 2018 में बंटी कांस्टेबल बने. इसके दो माह बाद आल इंडिया पुलिस बॉडी बिल्डिंग स्पर्धा में भाग लिया. इसमें राष्ट्रीय स्तर पर मेडल जीता और विभाग ने गैलेंट्री अवार्ड के जरिए हेड कांस्टेबल के रूप में प्रमोशन कर दिया. आम तौर पर पुलिस में 15 साल में पहला प्रमाेशन मिलता है, लेकिन बंटी को इस उपलब्धि के चलते दो महीने में ही प्रमोशन मिला.


साथ ही एसपी भीलवाड़ा आदर्श सिद्धू कहते हैं कि बंटी की प्रतिभा देखते हुए हम चाहते हैं कि वे अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंचे. बॉडी बिल्डिंग में प्रदेश में ऐसे खिलाड़ी कम हैं, जो पुलिस में शामिल हुए हैं. वैसे भी भीलवाड़ा में पहलवानी का क्रेज है. यदि कोई बॉडी बिल्डिंग के साथ ही स्पोर्ट्स कोटे से भी विभाग में भर्ती होना चाहता है तो उसे विभाग सुविधाएं देता है. बॉडी बिल्डिंग से पुलिस में नौकरी पाने वाले बंटी राजस्थान में दूसरे खिलाड़ी हैं. वे अब शहर के कई बॉडी बिल्डर युवाओं को प्रशिक्षण देते हुए रोल मॉडल बने हैं.


साथ ही बंटी ने इस बार पुणे में आयोजित 71 वी ऑल इंडिया पुलिस बॉडी बिल्डिंग कलस्टर प्रतियोगिता में राजस्थान पुलिस का प्रतिनिधित्व करते हुए गोल्ड मेडल जीता है. प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के बाद बंटी के आज भीलवाड़ा पहुंचने पर शुभचिंतकों ने उनका बड़ी ही धूमधाम के साथ स्वागत किया. इस दौरान मीडिया से खास बातचीत में करते हुए बंटी ने कहा कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता. फील्ड कोई भी हो आप को जी तोड़ मेहनत करनी पड़ती है. बॉडी बिल्डिंग के इस फील्ड में आपको शरीर के साथ कोई खिलवाड़ नहीं करना है. मुझे भी आज इस मुकाम पर पहुंचने के लिए 10 साल का वक्त देना पड़ा है.


आपको बता दें कि पिछले कुछ समय से बॉडी बिल्डिंग के दौरान सेलिब्रिटी के मौत के मामले में डायर ने कहा मौत किसी भी समय आ सकती है. जिम का इससे कोई लेना-देना नहीं है, लेकिन फिर भी आज के युवाओं को यह कहना चाहता हूं कि वह एक ट्रैन कोच के जरिए ही जिम की ट्रेनिंग ले साथ ही अपने शरीर के साथ कोई खिलवाड़ ना करें और ड्रग्स और नशीली दवाओं के सेवन से बचें जहां तक हो सके प्रोटीन युक्त आहार लें और अपने शरीर को वक्त दें, ताकि उसमें अच्छा निखार आ सके. डायर ने अपनी सफलता का श्रेय अपनी मां की दुआओं को दिया और कहा कि आगे भी ऐसे ही भीलवाड़ा और राजस्थान पुलिस का नाम रोशन करते रहेंगे.


Reporter: Mohammad Khan


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