Sanatan Dharma ControversyBhilwara News: सनातन धर्म पर दिए गए विवादित बयान को लेकर हर तरफ आलोचना हो रही है. इस मामले में राजस्थान के भीलवाड़ा में तमिलनाडु (Tamilnadu) के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन (MK Stalin) के बेटे और मंत्री दयनिधि स्टालिन (Udhayanidhi Stalin) डीएमके के नेता ए राजा (A Raja) और जगदानंद सिंह के खिलाफ FIR दर्ज कराई गई. 


सनातन को बीमारी बताने वाले के खिलाफ एफआईआर


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

सनातन को बीमारी बताने, डेंगू, मलेरिया कोरोना की तरह समाप्त करने, टीका लगाने वालो को ही देश का गुलाम बनाने वाला बताने, एचआईवी व कुष्ठ रोग से तुलना, सामाजिक बीमारी बताने इत्यादि कारण से तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पुत्र उदयनिधि स्टालिन, काग्रेंस के प्रियांक खडगे पुत्र मल्लिकार्जुन खड़गे, डीएमके पार्टी के सांसद ए.राजा, राष्ट्रीय जनता दल के जगदानंद सिंह के खिलाफ संतो एवं अधिवक्ताओं के सान्निध्य में सनातन धर्म अनुयायियों द्वारा भीलवाड़ा भीमगंज पुलिस थाने में प्रथम सूचना रिपोर्ट एफ.आई.आर. दर्ज कराई गई.


ये भी पढ़ें- चित्तौड़गढ़ पहुंची परिवर्तन संकल्प यात्रा, टिकट के दावेदार रथ पर चढ़ किया शक्ति प्रदर्शन


महामण्डलेश्वर स्वामी हंसराम उदासीन ने जानकारी देते हुए बताया कि हाल ही में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पुत्र उदयनिधि स्टालिन सहित काग्रेंस के प्रियांक खडगे पुत्र मल्लिकार्जुन खडगे, डीएमके पार्टी के सांसद ए.राजा, राष्ट्रीय जनता दल के जगदानंद सिंह ने सता के नशे में विश्व के प्राचीन धर्म को ही समाप्त करने का घिनौना षड़यंत्र और सनातनियों को समाप्त करने का गंभीर अपराध किया है.


सनातनियों को समाप्त करने का गंभीर अपराध- स्वामी हंसराम


स्वामी ने कहा कि जहां सम्पूर्ण विश्व सनातन की ओर नतमस्तक हो रहा है, वहीं हमारे ही कुछ राजनैतिक लोग अपने निजी स्वार्थ के कारण देश, धर्म, संस्कृति और मान बिन्दुओं को समाप्त करना चाहते है. कानून विशेषज्ञों की राय से संबंधित के विरूद्ध भारत के संविधान की कानूनी धारा 295 ए, 153 ए, 153 बी, 120 बी, 505 (2) आदि अपराधी धाराओं में संत गोविन्दराम गुरू हंसराम उदासीन ने सनातन धर्म प्रेमी बंधुओं के साथ एफ.आई.आर. दर्ज करवाई. FIR दर्ज करवाने से पूर्व हरि शेवा उदासीन आश्रम सनातन मंदिर में एकत्रित होकर सैकड़ों की संख्या में वाहनों पर संतो के सान्निध्य में रवाना हुए.


ये रहे मौजूद


इस अवसर पर अधिवक्ता उम्मेद सिंह राठौड़, गोपाल सोनी, रामपाल शर्मा, कृष्ण गोपाल सोलंकी, रघुनंदन कानावत, राहुल पोरवाल, अभिमन्यु जोशी, राजकुमार जैन, परीक्षित, मनीष आसोफ़ा, ओम प्रकाश लढ़ा, राजेन्द्र जैन, अनुराग आचार्य, मखन खटीक, राजेश सामरिया, अजय सुवालका, रामनिवास विजयवर्गीय, गणेश लाल शर्मा, धर्मवीर सिंह कानावत, बनवारी लाल शर्मा, महावीर जांगिड़, ओम देवानी, दीपक ख़ूबवानी, शोभालाल माली, श्री नाथ पाराशर सहित लगभग 50- 60 अधिवक्ताओं का समूह उपस्थित था. सभी ने भीमगंज थाने पहुंच कर प्रशिक्षु आरपीएस मेघा गोयल को शिकायत पत्र सौंप एफआईआर दर्ज करवाई.