Bikaner: लालगढ़ रेलवे स्टेशन पर शनिवार को ट्रेन हादसा देखने को मिला जहां, ट्रेन की आपसी भिड़ंत के चलते ट्रेन की एक बोगी दूसरी बोगी पर चढ़ गई. ऐसे में सिविल डिफेंस एसडीआरआर रेलवे एनडीआरएफ की टीमों ने मौके पर पहुंचकर हालात को काबू में लिया.


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दरअसल उत्तर पश्चिम रेलवे द्वारा आज अचानक से स्टेशन पर मॉक ड्रिल को अंजाम दिया गया. जहां रेलवे, जीआरपी, सिविल डिफेंस एसडीआरआर रेलवे एनडीआरएफ कितना अलर्ट है, इसकी जांच के लिए मॉक ड्रिल की गई. इसमें अचानक बाड़मेर ऋषिकेश ट्रेन आपस में टकरा गईं, जिस पर जीआरपी की पूरी टीम अलर्ट मोड पर आ गई. ऐसे में मॉकड्रिल के जरिए सिस्टम कितना अलर्ट है इसकी जांच की गई. आ


इस ड्रिल को लेकर डीआरएम ने बताया की इसका मोटिव इतना ही है कि हम लोगों की जो निर्धारित प्रक्रिया है, एक्सीडेंट की स्थिति में आ जाएं तब किस तरह से सहायता पहुंचाई जाए, उसके बारे में लिखित में तो सब चीज उपलब्ध हैं मगर खासतौर पर जब दूसरे डिपार्टमेंट से ऑपरेट होता है.


जैसे ndrf की हमको हेल्प चाहिए. लोकल हॉस्पिटल की हमको हेल्प चाहिए तो इस करने से हमें पता चल जाता है कि सारी चीजें लो हो रही है या नहीं. या उसमें और क्या सुधार हो चेंज करने की आवश्यकता है उसी क्रम में हम लोगों का एक उसी सारी प्रोसेस को समझने के लिए मॉकड्रिल किया गया है.


वहीं, राजस्थान अजमेर से एनडीआरएफ प्रभारी मुकेश मीना ने बताया की यदि किसी ट्रेन का हादसा होता है उसमें एनडीआरएफ रेलवे मिलकर इस तरह से अपना रोल अदा करती है.


ऐसी कंटिजेंट्स में उस में जितनी भी एजेंसी हैं सिविल डिफेंस, एसडीआरआर, रेलवे और एनडीआरएफ एकदम ओके एक्सीडेंट चिनॉय के निर्धारित किया गया है. आज रेल लालगढ़ रेलवे स्टेशन पर विभिन्न प्रकार के माध्यम से कैसे बचा सकते हैं, सभी टाइप यूज किया गया है. अगर बोगी के ऊपर बोगी चढ़ जाए तो उसकी छत काटकर कैसे निकाल सकते हैं, इसके बारे में प्रयास किया गया.


Reporter- Rounak vyas


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