बीकानेर: प्रदेश सरकार महात्मा गांधी इंग्लिश स्कूल खोलकर छात्रों के जीवन में भले ही बदलाव लाने की कवायद में जुटी है, लेकिन संसाधनों की कमी के चलते बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है. जिले के नापासर कस्बे की गांधी चौक के पीछे संचालित प्राथमिक विद्यालय का भवन पूरी तरह से जर्जर हो चुका है. यह भवन किसी बड़े हादसे को न्योता दे रहा है. हैरानी की बात यह है कि अधिकारियों को कई बार इस बारे में बताया जा चुका है, पर उनकी तरफ से इसकी कोई सुध नहीं ली जा रही है. इसे लेकर ग्रामीणों के हस्ताक्षर युक्त एक पत्र कलेक्टर को भेजकर जल्द से जल्द भवन को सही कराने की मांग की गई है. 


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 प्रधानाध्यापक रूपाराम परिहार ने बताया कि इस सबन्ध में शिक्षा विभाग को कई बार अवगत करवाया जा चुका है, स्कूल में करीबन 70 छोटे बच्चे अध्ययनरत हैं. इन जर्जर कक्षों के चलते हर समय हादसे का भय रहता है, इन जर्जर कक्षों के पास असंख्य झाड़-झंखाड़ उगे हुए हैं, स्कूल के पीछे बना शौचालय भी झाड़ झंखाड़ के कारण उपयोग में नहीं आ रहा है. बच्चे और बच्चियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. 


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ग्रामीणों ने अधिकारियों से की है लिखित शिकायत


 ग्रामीण जितेंद्र खंडेलवाल ने बताया की विधालय लंबे समय से खंडर बना हुआ है कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. इसको लेकर जिला शिक्षा अधिकारी व जिला कलेक्टर को लिखित में दिया हुआ है लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई. खंडर पड़े विधालय में अध्यापन करना किसी खतरे से खाली नही अधिकारियों को बार बार अवगत कराने के बाद भी कोई एक्शन नहीं लिया जा रहा है. क्या अधिकारी किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहे. जरूरत तत्काल इस विधालय को दूसरे स्थान पर स्थानांतरण कर बच्चो के भविष्य को सुरक्षित किया जाए.


Reporter- Tribhuvan Ranga