Rajmata Sushila Kumari  Death: बीकानेर के पूर्व राजघराने में शनिवार को दिन शोक की लहर का है. राजघराने की पूर्व राजमाता और घराने की सबसे बुजुर्ग सदस्या का निधन हो गया है. पूर्व राजमाता सुशीला कुमारी ( Rajmata Sushila Kumari)  95 की थी. और लंबे समय से बीमारी से जूंझ रही थी. सुशीला कंवर ने अपने निवास और अंतिम सांस ली तो, वही शनिवार को जूनागढ़ क़िले में भारी संख्या में लोगो ने राजमाता के दर्शन कर उन्हें नम आंखों से विदाई दे रहे है. 


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राजमाता सुशीला कुमारी  ( Rajmata Sushila Kumari)  के निधन पर केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने दुख जताते हुए  इसे व्यक्तिगत नुक़सान बताया तो वही शिक्षा मंत्री डॉ.बी.डी. कल्ला ने जूनागढ़ पहुंचकर पूर्व राजमाता सुशीला कुमारी ( Rajmata Sushila Kumari)  की पार्थिव देह पर पुष्प चक्र अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी.


शिक्षा मंत्री ने बीकानेर पूर्व विधानसभा क्षेत्र विधायक सिद्धि कुमारी से मिलकर सुशीला कुमारी के निधन पर शोक जताया. उन्होंने कहा कि श्रीमती सुशीला कुमारी  ( Rajmata Sushila Kumari)  का निधन समूचे बीकानेर के लिए अपूरणीय क्षति है. उन्होंने कहा कि श्रीमती सुशीला कुमारी ( Rajmata Sushila Kumari)  आध्यात्मिक और समाज सेवा के लिए तत्पर रहने वाली महिला थी. उन्होंने खेलों के प्रोत्साहन के लिए भी खूब काम किया.


कौन थी पूर्व राजमाता सुशीला कंवर
राजमाता सुशीला कुमारी बीकानेर के पूर्व महाराजा डॉक्टर करणी सिंह की धर्म पत्नी थीं. वे डूंगरपुर राज परिवार की राजकुमारी थीं और उनकी शादी बीकानेर में हुई थी. विधायक रहीं सिद्धि कुमारी राजमाता सुशीला देवी की पौत्री हैं. राजमाता की पार्थिव देह को राज परिवार के सदस्यों और जनता के अंतिम दर्शन के लिए महल में रखा गया है. उनका अंतिम संस्कार रविवार को किया जाना है.


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