Bikaner: यूक्रेन में फंसे बीकानेर के छात्र विवेक और भाई रामदेव व उनके दोस्तों ने जी राजस्थान से खास बातचीत में बताया कि वह एमबीबीएस के छात्र हैं. अभी हम लोग खरकीव (Kharkiv) शहर में हैं. यहां  23 फरवरी तक सब सही था पर गुरूवार सुबह अचानक बम धमाके होने लगे. जिस के कारण अब students पूरी तरह से डरे और सहमें हुए हैं. यहां 2 दिन से युद्ध हो रहा है. बुधवार की रात से ही सुपरमार्केट में खाद्य सामग्री लेने वाले लोगों की भीड़ जुटना शुरू हो गई. हमें नहीं मालूम था कि इतनी जल्दी सब कुछ बदल जाएगा. अब हालात बिगड़ते ही जा रहे हैं. खाने-पीने के लिए ब्रेड और बिस्कुट ही सहारा है. वो भी ज्यादा दिनों के लिए हमारे पास नही है. बैंक ATM में भी पैसे नही है.  


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हम सभी अभी दो दिनों से  मेट्रो स्टेशन में अंडरग्राउंड हैं. खरकिव शहर में. हमारे माता- पिता भी बहुत डरे हुऐ हैं. हमारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अनुरोध है कि हमें जल्द यहां से निकालें. खरकीव रूस बॉर्डर के पास स्थित है.  यहां से पोलैंड, हंगरी देश तक जाना अभी की स्थिति में नही है. इसलिए सरकार से अनुरोध है की हमे मॉस्को एंबेसी से बात करके वहां से इवैकुएट किया जाए.


Report- Kishore Roy