आज भी मोबाइल नेटवर्क को तरसते है यहां के ग्रामीण, करना पड़ता है परेशानियों का सामना
आज इस सूचना और प्रोधोगिकी के चलते शायद ही कोई गांव या कस्बा मोबाइल नेटवर्क से वंचित रह पाया है. परन्तु आज भी सुरतगढ़ तहसील की ग्राम पंचायत ठेठार मोबाइल नेटवर्क से वंचित है, जिससे गांव के लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
Sri Ganganagar: आज इस सूचना और प्रोधोगिकी के चलते शायद ही कोई गांव या कस्बा मोबाइल नेटवर्क से वंचित रह पाया है. परन्तु आज भी सुरतगढ़ तहसील की ग्राम पंचायत ठेठार मोबाइल नेटवर्क से वंचित है, जिससे गांव के लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. गौरतलब है कि ग्राम पंचायत ठेठार उपखण्ड क्षेत्र से महज 30 किलोमीटर की दूरी पर ही स्थित है.
ग्राम पंचायत मुख्यालय होने के कारण इस मुख्यालय पर 6 राजकीय विधालय व 1 राजकीय उप स्वास्थ्य केंद्र व 1 राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय भी है. परंतु इस गांव में मोबाइल नेटवर्क (Mobile Network) नहीं होने से ऑनलाइन होने वाले विद्यालय व ग्राम पंचायत मुख्यालय के कार्य समय पर नहीं हो पाते है. करीब 3000 से ज्यादा लोगों की इस आबादी वाले गांव के लोग किसी भी प्रकार की आपातकालीन स्थिति में लोगों को फोन नहीं मिलने पर काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है.
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ग्रामीणों का कहना है कि प्रशव हेतु गर्भवती महिलाओं के मोबाइल नेटवर्क नहीं होने पर एम्बुलेंस की सुविधा (ambulance service) तक भी नहीं ले पाते है. इससे ग्रामीण क्षेत्र के लोग जो कि गांव तथा दूरस्थ ढ़ाणियों में निवास करते है वे राज्य सरकार या केंद्र सरकार द्वारा संचालित विभिन्न प्रकार की सरकारी योजनाओं (Government Schemes) के लाभ से सूचना के अभाव में वंचित रह जाते है.
पूर्व सरपंच अमीचन्द कुलड़िया ने बताया कि मोबाइल टावर की मांग को लेकर कई बार उच्च स्तरीय प्रसाशनिक अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों को इसके बारे में अवगत करवा दिया है परन्तु आज तक इस समस्या का कोई निस्तारण नहीं हुआ है और जिसके कारण आज इंटरनेट क्रांति (Internet revolution) के युग में भी दुर्भाग्यवश आज हमारा गांव इस सुविधा से वंचित है. मोबाइल नेटवर्क नहीं होने के कारण विधालय में अध्ययनरत बच्चों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता हैं. वहीं विद्यालय के कार्यवाहक प्रधानाचार्य पंकज कुमार ने बताया कि विधालय से सम्बंधित किसी भी प्रकार के ऑनलाइन कार्य हेतु बहुत ज्यादा समस्या का सामना करना पड़ता है.
Report- Kuldeep Goyal