Lunkaransar: एक तरफ भीषण गर्मी की मार और दूसरी तरफ किसानों की विधुत विभाग की अनदेखी किसानों को खून के आंसू रुलाने को मजबूर कर रही है. आखिर किसानों की फसलों को चौपट होने से बचाने वाला कोई नहीं है. ऐसे में किसान जाए तो किसके पास जाए. ऐसा ही मामला लूणकरणसर विधानसभा के सुईं गांव से सामने आया है. 

 


 

आपको बता दें 27 मई को रात्रि में तेज अंधकार ने पेड़ों के साथ-साथ विधुत पोलों को भारी नुकसान पहुंचाया था तो उस अंधकार की चपेट में सुईं निवासी भगीरथ और पूर्णाराम का कृषि कनेक्शन आ गया और उनके कृषि कनेक्शन पर गई. पूरी विधुत लाईन गिरकर पोल टूट गए, जिससे कुवें पर विधुत आपूर्ति पूरी तरह से बाधित हो गई.

 

साथ ही 28 मई को जब भगीरथ अपने कुवें के टूटे पोल की शिकायत लेकर कनिष्ठ अभियंता के पास पहुंचा तो कनिष्क अभियंता ने एक दो दिन में दुबारा विधुत पोल सही करने की बात कहकर टकरा दिया. ऐसे करते करते करीब आज दस दिन निकल गए और कनिष्ठ अभियंता ने फोन उठाना भी बंद कर दिया. 

 

अब नरमें के बिजाई तो हो गई भागीरथ के खेत मे लेकिन पानी नहीं मिलने से नरमे की फसल ने दम तोड़ना शुरू कर दिया, जिससे काफी नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है. भागीरथ अपनी फसल का पूरी तरह से नुकसान होने का आरोप विधुत विभाग के कनिष्ठ अभियंता पर लगा रहे हैं और क्योंकि न गोलमाल जबाब मिलता तो आज करीब 50 बिगा की फसल खराब नहीं होती और उनके नुकसान भी नहीं होता.

 

Reporter: Tribhuvan Ranga