खाजूवाला : CHC में चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना पर हुई बैठक, बिमारियों से बचने के सुझाए तरीके
बीकानेर जिले के खाजूवाला में राज्य सरकार की महत्वकांक्षी योजना चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना और मौसमी बीमारियों को लेकर खाजूवाला सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बैठक की. जिसमें बिमारियों से बचने के डॉक्टर्स ने तरीके सुझाए .
Khajuvala,Bikaner News: राज्य सरकार की महत्वकांक्षी योजना चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना और मौसमी बीमारियों को लेकर खाजूवाला सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में उपखंड अधिकारी श्योराम और चिकित्सा प्रभारी डॉ अमरचंद बुनकर की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया. जिसमें चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के बारे में ज्यादा से ज्यादा लोगों को जागरूक कर शत-प्रतिशत रजिस्ट्रेशन करवाने को लेकर उपखंड अधिकारी ने निर्देश दिए.
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वहीं मौसम बदलाव के साथ होने वाली मौसमी बीमारियां डेंगू मलेरिया जैसी बीमारियों के रोकथाम और समय पर उपचार के बारे में चिकित्सा प्रभारी डॉ अमरचंद बुनकर ने निर्देश दिए.
खाजूवाला स्वास्थ्य केन्द्र में आयोजित सेक्टर स्तर की मासिक बैठक में एएनएम, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा सहयोगिनी सहित स्वास्थ्य कर्मियों को उपखंड अधिकारी श्योराम ने निर्देश देते हुए कहा की राज्य सरकार की महत्वकांक्षी योजनाओं में से चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना है. जिसमें आमजन को स्वास्थ्य संबंधित सभी प्रकार के लाभ मिलते हैं. ऐसे में गांव ढाणी तक बैठे सभी लोगों को इस योजना का लाभ मिले। इसके लिए सभी स्वास्थ्य कर्मी सहित जनप्रतिनिधि प्रशासनिक अधिकारी मिलकर शत-प्रतिशत गांवों में चिरंजीवी योजना के लिए रजिस्ट्रेशन करवाएं.
इस योजना के आने के बाद राज्य सरकार के जरिए चयनित निजी अस्पतालों में भी 10 लाख तक का इलाज फ्री हो गया. इस योजना के तहत करीब 1576 बीमारियों को कवर किया गया जिसमें कैंसर, किडनी और हार्ट ट्रांसप्लांट जैसी गंभीर बीमारियों को भी इस योजना के अंतर्गत लिया गया. बैठक में चिकित्सा प्रभारी डॉ अमरचंद बुनकर ने बदलते मौसम के साथ फैलने वाली बीमारियों को लेकर निर्देश दिए. चिकित्सा प्रभारी ने कहा कि बीकानेर व श्रीगंगानगर जिले में डेंगू और मलेरिया का प्रकोप देखने को मिलने लगा है.
ऐसे में इन बीमारियों के फैलने से पहले ही सभी स्वास्थ्य कर्मी अलर्ट हो गए हैं। अपने-अपने क्षेत्र में समय-समय पर सर्वे कर मरीजों को चयनित करें व समय पर उपचार सुनिश्चित करें। चिकित्सा प्रभारी ने बताया डेंगू में 104 फारेनहाइट तक तेज बुखार होता है। डेंगू मरीज के मांसपेशियों हड्डियों और जोड़ों में दर्द, जी मिचलाना, उल्टी लगना, आंखों के पीछे दर्द, ग्रंथियों में सूजन, त्वचा पर लाल चकत्ते होना आदि लक्षण हो सकते हैं ऐसे में आने वाले मरीजों को गंभीरता से लें। समय पर उपचार करें व हायर सेंटर तक पहुंचाएं.
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इसके साथ ही मलेरिया डेंगू जैसी मौसमी बीमारियों से बचने के लिए घर के आसपास गंदगी और पानी इकट्ठा ना होने दें। ठहरे हुए पानी में मच्छर पैदा ना हो सके इसके लिए बारिश शुरू होने से पहले ही घर के पास की नालियों की सफाई और सड़कों पर गड्ढे आदि भरवा ले। घर के आस-पास समय-समय पर कीटनाशक दवाओं का करते रहें। इस बैठक में तहसीलदार गिरधारी सिंह, बीपीएम हेतराम बिश्नोई सहित स्वास्थ्य कर्मी मौजूद रहे.
Reporter: Tribhuwan Ranaga