SriGangaNagar: राजस्थान के बजट में घड़साना को नगर पालिका बनाने की घोषणा, पर अनूपगढ़ के लिए कुछ खास नहीं
SriGangaNagar News: श्रीगंगानगर जिले के घड़साना में राज्य सरकार द्वारा प्रस्तुत बजट में जहां एक ओर सभी वर्गों का ध्यान रखा गया है. वहीं, कुछ स्थानों की उपेक्षा भी की गई है. कांग्रेस कमेटी ब्लॉक अध्यक्ष दिलीप सिंह चोटिया ने राज्य सरकार के बजट को लाभदायक बताया. पूर्व विधायक शिमला बावरी ने निराशाजनक बताया. उन्होंने कहा कि बजट में अनूपगढ़ विधानसभा उपेक्षा की गई है.
SriGangaNagar News: श्रीगंगानगर जिले के घड़साना में बजट का लेकर चर्चा जारी है. राज्य सरकार ने चुनावों को देखते हुए अंतिम बजट प्रस्तुत कर दिया सीएम अशोक गहलोत ने अपने बजट में सभी वर्गों का ध्यान रखा. कई ऐसी योजनाओं को लंबे समय तक क्रियान्वित किया जो आम जनता के लिए सहूलियत बन सकती है. जहां एक और उन्होंने महंगाई से जूझ रहे राजस्थान के लोगों को राहत दी है.
वहीं, दूसरी ओर राजस्थान के कुछ इलाकों के लिए यह बजट निराशाजनक भी रहा है. वहीं, बजट में अनूपगढ़ विधानसभा को कुछ भी नहीं मिला है. अनूपगढ़ को जिला बनाने की मांग,घड़साना को नगर पालिका, अनूपगढ़ में डीटीओ ऑफिस, घड़साना में राजकीय महाविद्यालय, ट्रॉमा सेंटर खोलोने की मांग को दरकिनार कर दिया गया और बजट में अनूपगढ़ विधानसभा के लिए कोई विशेष घोषणा नहीं की गई.
ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष दिलीप सिंह चोटिया ने जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री ने बजट में सभी वर्गो के लोगों का ध्यान रखा है. मुख्यमंत्री ने 75 लाख परिवारों को ₹500 में सिलेंडर उपलब्ध करवाने की बजट में घोषणा की है साथ ही स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए 25 लाख रुपए तक का कैशलेस इलाज राज्य के निजी अस्पतालों में चिरंजीवी योजना के माध्यम से दिया है. छात्र-छात्राओं को बजट में विशेष प्रोत्साहन दिया गया है.
75 किलोमीटर तक छात्रों को मुफ्त सफर .वहीं, महिलाओं को 50% राशि के साथ रोडवेज में यात्रा का अवसर दिया है. यह बजट आम जन के लिए फायदेमंद है, क्योंकि आमजन को महंगाई के दौर में कुछ राहत फील होगी.
पूर्व विधायक शिमला बावरी ने बजट को निराशाजनक कहा है उन्होंने बताया कि राज्य के बजट में बॉर्डर एरिया की उपेक्षा की गई है घड़साना में काफी समय से नगरपालिका की मांग की जा रही थी. जिस पर राज्य सरकार ने कोई विशेष ध्यान नहीं दिया वही क्षेत्र में राजकीय महाविद्यालय के लिए कई बार ज्ञापन दिए गए.पर उसकी भी उपेक्षा की गई है चुनावों को देखते हुए मुख्यमंत्री ने लोक लुभावना बजट पेश किया है. मुख्यमंत्री गहलोत ने केवल थोंथी घोषणा की है, जो केवल चुनाव जितने के लिए है.