गहलोत के मंत्री ने 7 सवाल में बताया कैसे रिपीट होगी सरकार, पढ़ें पूरा इंटरव्यू
Rajasthan Budget 2023 : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वित्त वर्ष 2023 -24 का बजट पेश किया. सरकारी मुख्य सचेतक और पीएचईडी मंत्री महेश जोशी ने कहा कि हमें पूरी उम्मीद है. पूरा विश्वास है कि हमारी सरकार फिर से रिपीट होगी. क्योंकि जिस तरह से सरकार बनने के साथ ही हमने हर वर्ग का राहत दी है.
Rajasthan Budget 2023 : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वित्त वर्ष 2023 -24 का बजट पेश किया. सरकारी मुख्य सचेतक और पीएचईडी मंत्री महेश जोशी ने बहुत ही आसान शब्दों समझाया कि आखिर बजट से बचत. राहत और बढत आम जनता को कैसे मिली?
पहला सवाल- सरकार के सफर के साथ बजट का सफर आज हम तय कर रहे है. कितनी बचत. राहत. बढत मिली राजस्थान की आवाम को?
जवाब- लोकतंत्र में जनता ही सरकार है. हम खुद भी जनता में ही है. इसके बाद हम ट्रस्टी मानते है. जिसमें राजनीतिक रूप से सत्ता का अधिक से अधिक लाभ जनता को मिले. आप भी लोकतंत्र के चौथे स्तंम्भ हो. मुझे खुशी है मैं आज आपके साथ सफर तय कर रहा हूं. 1 हजार के सिलेंडर पर यदि छूट मिली है तो उससे बचत मिली. इससे जनता को राहत मिली. चिरंजीवी योजना में 10 से बढाकर 25 लाख की इलाज की सीमा की. इससे जनता को राहत मिलेगी. बचत से राहत मिलेगी तो आम आदमी आगे बढेगा.
दूसरा जवाब- अधिकतर लोग कह रहे है बजट में बहुत कुछ मिला. मेरा सवाल ये है कि बजट में क्या नहीं मिला?
जवाब-बजट में सब कुछ मिला. कोई वर्ग नहीं रहा. बुजुर्ग. बेरोजगारों. युवाओं सभी वर्गों को बजट से बहुत बडी राहत मिली है.
तीसरा जवाब-गुलाबचंद कटारिया सरकार ये आरोप लगा रहे है कि मुझसे लिखकर ले लो सरकार अपना ये घोषणाएं पूरी नहीं कर पाएगी. उन्हे आप क्या जवाब देंगे?
जवाब-गुलाबचंद कटारिया जब भी बोलते है भावुकता में होते है. लेकिन जब सीएम साहब बोलते है तो उनकी पोल खुल जाती है. गुलाबंचद कटारिया आधा सच और असत्य बोलते है. नेता. उपनेता में बनती नहीं है.
चौथा सवाल- बीजेपी में सीएम के कितने चेहरे है?
जवाब- बीजेपी में सीएम के इतने चेहरे है कि गिन नहीं सकते है. वाय सुरक्षा. जेड सुरक्षा मिल जाने से कोई सीएम नहीं बनता. बल्कि सीएम बनने के लिए खुद को सुरक्षित महससू करना होता है.
पांचवा सवाल- आप नाम बता सकते है कौन कौन है बीजेपी में सीएम के चेहरे?
जवाब- हर एक किलोमीटर पर पहला नाम. दूसरे किलोमीटर पर दूसरा नाम दीवारों पर लिखा है. बहुत सारे चेहरे है. किस-किस का नाम लिया जाए.
छठा सवाल- आपके विभाग से भी कुछ राहत जनता को मिली है?
जवाब- केंद्र सरकार अपनी जिम्मेदारी से मुंह चुराती है. ऐसे में पूरी तरह से योजनाएं धरातल पर नहीं उतर पाती. इसलिए सीएम गहलोत ने जल जीवन मिशन मे 10 प्रतिशत पब्लिक कॉन्ट्रीब्यूशन को छूट दी. अब इस फैसले से 1500 करोड का भार सरकार पर आएगा. जो सरकार वहन करेगी. इसके अलावा दूसरे प्रोजेक्ट से भी जनता को राहत मिलेगी.
सातवा सवाल-हमारा ये सफर तो यही रूकता है. लेकिन क्या हम उम्मीद करे कि कांग्रेस का सफर आगे भी जारी रहेगा?
जवाब- हमें पूरी उम्मीद है. पूरा विश्वास है कि हमारी सरकार फिर से रिपीट होगी. क्योंकि जिस तरह से सरकार बनने के साथ ही हमने हर वर्ग का राहत दी है.
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