Rajasthan Budget 2023: बजट पर वसुंधरा राजे का तंज, कहा- विकास का विज़न नहीं, बल्कि चुनाव का सीज़न दिखता है
Rajasthan Budget 2023: वसुंधरा राजे ने कहा है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जो बजट प्रस्तुत किया है, उसमें लोकनीति का अभाव और राजनीति का प्रभाव है. राजे ने कहा कि इसमें विकास का विजन नहीं, बल्कि चुनाव का सीजन दिखाई देता है. राजे ने कहा कि चुनाव के रंग से सना यह बजट आम लोगों के लिए फ़ीका ही है.
Jaipur News: पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जो बजट प्रस्तुत किया है, उसमें लोकनीति का अभाव और राजनीति का प्रभाव है. राजे ने कहा कि इसमें विकास का विजन नहीं, बल्कि चुनाव का सीजन दिखाई देता है. राजे ने कहा कि चुनाव के रंग से सना यह बजट आम लोगों के लिए फ़ीका ही है.
उन्होंने कहा है कि कांग्रेस अपने जन्म से ही लोगों को झूंठे सपने दिखाती आ रही है. बजट में युवाओं को भ्रमित करने का प्रयास किया गया है. उन किसानों को कृषि बजट के नाम से छलने की कोशिश की गई है, जिन किसानों के मन में 2 लाख तक का क़र्ज़ा माफ़ करने का वादा पूरा नहीं करने की कसक है. बजट में सिर्फ़ युवाओं और किसानों को ही नहीं, महिलाओं सहित हर वर्ग को मृग मरीचिका दिखाने की कोशिश है.
यह भी पढ़ें- Rajasthan Budget 2023: मिलावटखोरों की अब खैर नहीं, जेल जाएंगे सेहत के सौदागर!
बढ़ जाएगी कर्ज की स्थिति
राजे ने कहा कि पिछले बजट की 1029 घोषणाओं में से 350 ही ज़मीन पर आई है. ऐसे में इस बजट की घोषणाओं का भी वही हश्र होने वाला है जो अबसे पहले की घोषणाओं का हुआ. साथ ही 2019 में जो क़र्ज़ राजस्थान के हर व्यक्ति पर 36 हज़ार 782 था, वह इस सरकार के कार्यकाल में 86 हज़ार 439 हो जाएगा.
यह भी पढ़ें- Rajasthan Budget 2023: युवाओं पर बरसी CM गहलोत की कृपा, 100 जॉब मेगा फेयर लगाए जाएंगे
राजस्थान के पहले बजट से लेकर मार्च 2019 तक प्रदेश पर कुल क़र्ज़ा 3 लाख करोड़ था, जो इस सरकार के कार्यकाल में बढ़ कर 7 लाख करोड़ से ज्यादा हो जायेगा. राजे ने आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य को कंगाली के कगार पर खड़ा कर दिया है.
यह भी पढ़ें- Rajasthan Budget 2023 में अपने गृह जिले जोधपुर को CM ने क्या-क्या दी सौगातें, यहां जानिए?