बूंदी: सनातन धर्म यात्रा के 14वें पड़ाव का बूंदी शहर में शनिवार को समापन हुआ. भगवत गीता के महत्व को आमजन में किस तरह उतारा जाए उसके उद्देश्यों को कैसे सीखा जाए जैसी विचारधारा को लेकर आचार्य संतोष सागर प्रदेश के हर जिले में भागवत गीता का उपदेश दे रहे हैं. आज इसी क्रम में स्कूली छात्र छात्राओं को कुशल प्रबंधन जीवन में कैसे हो और किस तरह से उन्हें शिक्षा के साथ-साथ उन्नति की राह मिले उस पर उन्होंने मोटिवेशन दिया.


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आचार्य संतोष सागर द्वारा शहर के नागजी बाजार स्थित जैन नोहरे में भागवत कथा आयोजन के समापन समारोह में  स्कूली छात्र छात्राओं को अपने जीवन को कैसे मधुर बनाएं और उन्नति की राह में आगे कैसे बढ़े इस पर चर्चा की और छात्र छात्राओं से भी सवाल जवाब किए.


अपने अंदर की शक्ति को पहचान करने की जरूरत


उन्होंने कहा कि जीवन जीने के लिए सभी तरह से परिस्थितियों में जीना पड़ता है, लेकिन जिस तरह हवा में सभी रंग के गुब्बारे उठते हैं और उन्हें उड़ाने के लिए हवा प्राथमिकता रहती है इसी तरह से आप लोग भी आगे बढ़ते रहो और अपने जीवन में शिक्षा को बढ़ाते रहो. उन्होंने कहा कि आपके अंदर जो ऊर्जा है उसी के प्रभाव से आप आगे प्रगति करते हैं. शिक्षा ग्रहण करने के लिए भी आप में जो ऊर्जा भरी हुई है वही आपकी प्रगति की राह को आसान करती है


आचार्य संतोष सागर द्वारा शहर के जैन नोहरे में भागवत कथा का आयोजन किया गया. उसके बाद जन्माष्टमी के अवसर पर जिला जेल में बंदियों को भी उन्होंने जीवन जीने के लिए उपदेश दिए उन्होंने के बंधुओं को आचरण व्यक्तित्व उभारने के भी प्रवचन दिए. इस अवसर पर उन्होंने भागवत गीता की किताबें वितरण की और पौधरोपण किया.


रोटरी क्लब की ओर से कार्यक्रम का हुआ आयोजन
समापन के अवसर पर रोटरी क्लब की ओर से आयोजन किया गया जिसमें रोटरी क्लब के अध्यक्ष विश्वनाथ श्रंगी समारोह के आयोजक लोकेश ठाकुर मनमोहन अजमेरा प्रदीप,  महेश कुमार, मुरारी शर्मा, राजकुमार दाधीच सहित अन्य लोग भी मौजूद रहे.


Reporter-Sandeep Vyas 


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