रांची: Jharkhand Politics: झारखंड में सियासी गतिरोध तो अब थम गई है, लेकिन बीजेपी ने आगामी चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है. बीजेपी इन दिनों जेएमएम का गढ़ कहे जाने वाले संथाल को भेदने में जुटी है. बीजेपी विधायक दल नेता बाबूलाल मरांडी लगातार संथाल को दौरा लगातार कर रहे हैं. ऐसा कहा जाता है कि झारखंड की सियासत में सत्ता का रास्ता संथाल से होकर ही जाता है. इसलिए बीजेपी की ने संथाल में अभी से ही माहौल बनाना शुरू कर दिया है. 


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अपने गढ़ को तो संभाल लें पहले


वहीं सीएम हेमंत सोरेन संथाल वाली सियासत पर बीजेपी और बाबूलाल मरांडी पर निशाना साधते हुए कहा कि हमारे गढ़ की तो बात छोड़ें वो अपने गढ़ को तो संभाल लें पहले. अभी 2024 आने तो दीजिए ,पूरा राज्य तैयार है. चुनाव कभी भी हो हम लोग हमेशा तैयार रहे हैं, हमारे सिपाही को सिर्फ खटखटाने की जरूरत है अस्त्र शस्त्र लेकर सोते हैं. जबकि बाबूलाल मरांडी ने सीएम पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी नेता लगातार राज्य सरकार को भ्रष्टाचार के मुद्दे पर घेरने में जुटे हुए हैं. बाबूलाल ने सीधे सीधे सीएम पर निशाना साधते हुए कहा कि जो बीजेपी को समाप्त करना चाहते हैं उनका रास्ता होटवार की तरफ जाता है. 


संथाल का सियासी गणित 
संथाल में कुल 18 विधानसभा की सीट
देवघर ,गोड्डा , पाकुड़, साहेबगंज जिले शामिल
साल 2014 चुनाव में बीजेपी 8 सीट, जेएमएम के खाते में 5, कांग्रेस 3, जेवीएम 2 सीट 
साल 2019 में जेएमएम के पास 9, बीजेपी 4 सीट कांग्रेस के पास 4, जेवीएम 1 सीट 


जेएमएम के वरिष्ठ नेता और विधायक स्टीफन मरांडी ने बाबूलाल पर पलटवार करते हुए कहा कि बाबूलाल ने जेवीएम में भी बहुत प्रयास किया था, पर संथाल में अपनी पकड़ न जेवीएम में बना पाए, न बीजेपी में बन पाया है. वो पकड़ संताल में कर पाना उनके लिए आसान नहीं है, वो अपना प्रयास कर रहे हैं, पर उनका प्रयास सफल नहीं हो पाएगा. बाबूलाल संथाल में कोई फैक्टर नहीं बन पाएंगे. उनका कहीं कोई पकड़ ही नहीं है. 


इनपुट- कुमार चंदन


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