Bundi News: हाड़ौती की शान छोटीकाशी बूंदी मना रही 27वां बूंदी उत्सव, हो रहा जश्न
राजस्थान में हाड़ौती की शान छोटीकाशी बूंदी आज अपना 27वां बूंदी उत्सव मना रही है. जनता के सुझाव को सतरंगी बना के लिए पर्यटन विभाग और जिला प्रशासन दिन-रात जुटा हुआ है. आज बूंदी महोत्सव के तहत विशाल शोभायात्रा निकाली जाएगी.
Bundi: हाड़ौती की शान छोटीकाशी बूंदी आज अपना 27वां बूंदी उत्सव मना रही है. जनता के सुझाव को सतरंगी बना के लिए पर्यटन विभाग और जिला प्रशासन दिन-रात जुटा हुआ है. आज बूंदी महोत्सव के तहत विशाल शोभायात्रा निकाली जाएगी.
उसके बाद तीन दिवसीय रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे. जनता के उसूलों को देखते हुए बूंदी शहर के लोगों ने भी बाजार में तोरण द्वार सजाए हैं और स्वागत की तैयारी की गई है. 9 बजे शोभा यात्रा का आगाज होगा.
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राजस्थान का वैभव बूंदी राजघराना आज भी अपनी शानो शौकत के साथ पौराणिक धरोहर को सजे हुए हैं. यहां की कला एवं वैभव को देश विदेश में विख्यात करने एवं पर्यटकों को एक मंच पर लाने के लिए सजाए गए बूंदी उत्सव आज अपने 27 में उत्सव को मना रहा है. तीन दिवसीय उत्सव रहेगा, जिसमें सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे और लोग एवं संस्कृति के सतरंगी रंग देखने को मिलेंगे.
बूंदी उत्सव की पूर्व संध्या पर नमाना क्षेत्र के गरडदा गांव में स्थित शिव मंदिर पर पर्यटन विभाग और जिला प्रशासन द्वारा कालबेलिया नृत्य का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि मुख्य न्यायाधीश सुधीर पारीक रहे. कार्यक्रम में जिला प्रशासन सहित विदेशी सैलानी वह न्यायिक अधिकारी सहित कई ग्रामीण उपस्थित रहे. कालबेलिया नृत्य के लिए बाड़मेर से आए कलाकारों ने कार्यक्रम प्रस्तुत किया. कार्यक्रम की शुरुआत गणेश वंदना से हुई कालबेलिया नृत्य के दौरान कलाकारों ने अलग-अलग नृत्य प्रस्तुत कर ग्रामीणों और प्रशासनिक अधिकारियों को मंत्रमुग्ध किया. बरड़ क्षेत्र के गांव मैं बूंदी उत्सव के दौरान इस तरह का कार्यक्रम पहली बार आयोजित होने से ग्रामीणों में खुशी का ठिकाना नहीं रहा.
मुख्य अतिथि मुख्य न्यायाधीश पारिक ने कहा कि गांव में स्थित शिव मंदिर प्राकृतिक छटा में है. यहां पर्यटन को लेकर अलग तरह से विकसित किया जा सकता है. जिला प्रशासन और पर्यटन विभाग को इस शिव मंदिर वहां निकल रही नदी को पर्यटन में डेवलप करने के लिए सोचना चाहिए, जिससे गांव में रोजगार भी बढ़े. चट्टानों के बीच में स्थित मंदिर अलग ही अपनी पहचान रखता है.
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कलेक्टर डॉ. रविंद्र गोस्वामी ने कहा कि गरडदा गांव की अलग पहचान है. यहां के शैल चित्र गांव को विश्व पटल पर ला सकते हैं. शैल चित्रों को पर्यटन विभाग द्वारा प्रचार-प्रसार कर विदेशी पर्यटकों को यहां पर लाना चाहिए, जिससे गांव और जिले की अलग पहचान बन सके. 3 घंटे चले कार्यक्रम में बाड़मेर से आए कलाकारों ने अपनी अलग-अलग प्रस्तुतियां दी.
इस दौरान बूंदी विधायक अशोक डोगरा भी उपस्थित रहे अतिरिक्त जिला कलेक्टर मुकेश चौधरी जिला परिषद अधिकारी बूंदी विकास अधिकारी सहित कई प्रशासनिक और न्यायिक अधिकारी उपस्थित थे. कार्यक्रम से पहले गांव की सरपंच गायत्री गुर्जर ने आए अतिथियों का स्वागत किया. जिला कलेक्टर द्वारा कलाकारों प्रोत्साहित किया गया. इस दौरान शिवराज गुर्जर महेंद्र सिंह सोलंकी सत्यनारायण मीणा पंचायत सचिव सहित कई लोग उपस्थित थे.
Reporter- Sandeep Vyas