Bundi: बूंदी में लगातार 12 घंटे से तेज बारिश हो रही है. शहर की सड़कें दरिया बन गई हैं. शहर में स्थित दोनों झीलों में पानी अधिक आने से उनके गेट खोल कर पानी की निकासी की गई है, जिसका पानी भी शहर के बाजारों में आ रहा है और कॉलोनियों के निचले इलाकों में भर रहा है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है.


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बूंदी जिले के खूबसूरत शहर का निर्माण एक नाले के रूप में हुआ था, जिसकी बसावट को देखते हुए थोड़े से ही बारिश में पानी सड़कों पर दौड़ जाता है. मानसून जाने के बाद भी लगातार हुई तेज बारिश से अब आफत की बारिश नजर आ रही है. शहर में चारों तरफ पानी ही पानी भरा हुआ है, जिससे जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. स्कूल के बच्चे आज स्कूल की गाड़ियों का इंतजार करते रहे और घरों में बैठे रहे. शहर के मुख्य बाजार में पानी होने से परकोटे के भीतर के लोग भी आप काफी लंबा फासला तय कर कर अपने काम को जाएंगे.


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जिले में 12 घंटे हुई आफत की बारिश से किसान फसल बर्बादी देख आंखों में आंसू निकल रहे हैं. किसान इस बात से हैरान है कि लंबे समय के इंतजार के बाद जब फसल तैयार हुई तो वह आफत की बारिश ने बर्बाद कर दी दलहन पहले ही बारिश की भेंट चढ़ चुकी थी. अब धान की फसल में भी नुकसान होने की संभावना बन गई है. तेज बारिश ने जहां तैयार फसलें खेतों में रखी हुई थी, उन्हें पानी में डुबो दिया, जिससे लाखों रुपए का किसानों को नुकसान हुआ है. अब सरकार के मुआवजे पर ही आधारित है.


कृषि पर आधारित बूंदी जिला 
बूंदी जिला कृषि पर आधारित है. यहां सर्वाधिक धान की फसल होती है इसके अलावा दलहन भी काफी मात्रा में है लेकिन लगातार हो रही बारिश से फसले लगभग बर्बाद हो चुकी है, जिसका खामियाजा किसान भुगत रहे हैं. सरकार के स्तर पर लगातार मुआवजा राशि को लेकर राज्य मंत्री अशोक चांदना जिला प्रशासन के साथ समीक्षा कर रहे हैं और अधिक से अधिक सर्वे कराकर किसानों को लाभ देने के लिए फील्ड में घूम रहे हैं लेकिन लगातार हुई बारिश ने अब किसानों को लगभग बर्बादी की ओर धकेल दिया.


Reporter- Sandeep Vyas