Chittorgarh News: निंबाहेड़ा चित्तौड़गढ़ हाईवे पर गुरुवार रात्रि करीब 9:00 बजे लगभग राहगीरों को बर्निंग ट्रक का नजारा देखने को मिला, जिसके चलते हाईवे पर कुछ देर के लिए अफरा-तफरी का माहौल दिखा. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

दरअसल निंबाहेड़ा सदर थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुरा गांव के पास हाईवे पर राह चलते ट्रेलर के डैशबोर्ड में शॉर्ट सर्किट होने से अचानक आग लगने के चलते ट्रेलर का केबिन आग के गोले में तब्दील हो गया हालांकि इस घटना में ट्रेलर चालक की सूझबूझ से कोई जनहानि नहीं हुई. ट्रेलर चालक ने समय रहते सड़क किनारे एक तरफ ट्रेलर को खड़ा कर दिया और खुद सुरक्षित नीचे उतर गया.


यह भी पढे़ं- Jaipur News: बैंक में डकैती की कोशिश में कैशियर को मारी गोली, धरा गया एक बदमाश, एक फरार


 


इधर घटना की सूचना मिलते ही निंबाहेड़ा सदर थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची और निंबाहेड़ा नगर पालिका सहित क्षेत्र में स्थित सीमेंट फैक्ट्रियों की फायर ब्रिगेड वहां भी मौके पर पहुंचे तथा आग पर काबू पाया. 


निंबाहेड़ा सदर थाने के सहायक उप निरीक्षक शंकरलाल ने बताया कि निंबाहेड़ा के ही एक ट्रांसपोर्ट व्यवसायी का यह ट्रेलर था, जो मुर्गियों के खाने का दाना भरकर गुजरात की ओर जा रहा था. इसी के साथ बताया कि वहां के अगले टायर डीजल टैंक और केबिन सहित ट्रेलर में भरा हुआ कुछ माल भी जल गया.


पढ़ें चित्तौड़गढ़ की एक और खबर


फंदा लगाकर वन्यजीव नीलगाय का किया शिकार, कुल्हाड़ी से की हत्या, एक आरोपी गिरफ्तार
चित्तौड़गढ़ न्यूज: चित्तौड़गढ़ जिले में वन्यजीव नील गाय का शिकार कर मांस बंटवारा कर रहे पांच लोगों को ग्रामीणों ने घेर लिया. घटना मुकुंदरा नेशनल पार्क में नाका श्रीपुरा जवाहर सागर वनमंडल मुकुंदरा वन खंड पीर मगरा ब्रह्मणी नदी के समीप की बताई जा रही है. उपवन संरक्षक अनुराग भटनागर ने बताया कि नील गाय के शिकार के लिए आरोपियों ने तारों का फंदा बिछाया था. फंदे में फंसने के बाद आरोपियों ने कुल्हाड़ी से वार से नीलगाय की हत्या कर दी.


वन विभाग का उड़नदस्ता पहुंचने पर अफरा-तफरी
तफरी के दौरान चार आरोपी खेत में घुसकर भाग निकले. जबकि एक आरोपी को वनकर्मियों ने हिरासत में लिया. भागते - भागते भी चार आरोपी बंटवारे का मांस ले जाने में सफल हो गए. जिनकी तलाश की जा रही हैं. मौके पर मौजूद नील गाय के क्षत विक्षत मृत शरीर को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम किया गया है. वहीं आरोपियों के खिलाफ वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 9 के तहत प्रकरण दर्ज़ किया गया है. वन विभाग की टीम चारों फरार आरोपियों की तलाश में जुटी है.