Chittorgarh: टीम जीवनदाता चित्तौड़गढ़ पिछले 5 सालों से रक्तदान की अलख जगाकर रक्तदान कर अब तक हजारों जिंदगियां बचाई जा चुकी है. जब भी किसी जरूरतमंद रोगी को खून की आवश्यकता होती है, तो टीम जीवनदाता संस्था प्राथमिकता के साथ रोगी का जीवन बचाने के लिए रक्त की तलाश में जुट जाती हैं और तुरंत डोनर उपलब्ध करवाकर रक्तदान से जिंदगी बचाती है.


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इसी क्रम में मंगलवार को बेगू निवासी दिनेश कुमार खटीक का हृदय के ऑपरेशन के कारण उदयपुर के निजी अस्पताल में उपचार के दौरान चिकित्सकों ने 4 यूनिट खून की आवश्यकता बताई. यह 4 यूनिट रक्त ही मरीज दिनेश को नया जीवन दे सकता था. परिवार को जैसे ही खून की व्यवस्था के बारे में चिकित्सकों ने बताया तो परिजन सोच विचार में पड़ गए लेकिन परिजनों ने टीम जीवनदाता से उम्मीद कर फोन के अपनी आपबीती बता मदद के लिए अनुरोध किया. तो उस रोगी की,परिवार की हमराही बन टीम जीवनदाता संस्था ने फर्ज निभाया.


टीम जीवनदाता ने बेगू निवासी बजरंग दल विभाग संयोजक मुकेश खटीक उदयपुर में पढ़ाई कर रहे नर्सिंग छात्र मोहित धाकड़,उदयपुर के फिजियोथेरेपिस्ट डॉ तुषार भारद्वाज,नर्सिंग छात्र कमलेश कुमार से रोगी के लिए रक्तदान के लिए सम्पर्क किया तो तुरन्त चारों रक्तवीरों ने जीवन बचाने का संकल्प लिया और मुकेश खटीक बेगूं से 177 किलोमीटर दूर उदयपुर पहुंच अन्य रक्तवीरों के साथ सम्पर्क कर ब्लड बैंक पहुंचे जहां मुकेश ने 16 वी बार,डॉ तुषार ने 12 वी बार,मोहित धाकड़ ने 7 वी बार और कमलेश ने 5 वी बार इसी क्रम में अपना रिकॉर्ड बनाते हुए चारों ने एक साथ रक्तदान किया और अपना रक्त मरीज दिनेश के लिए दान कर प्राणदाता बनें


परिजनों ने टीम जीवनदाता के इस मानवीय कार्य के लिए आभार जताया और परिजनों ने संकल्प लिया कि हम हमेशा लोगो को रक्तदान के प्रति जागरूक करेंगें ताकि किसी रोगी को रक्त के लिए भटकना नही पड़े. रक्तदान प्रत्येक स्वस्थ व्यक्ति को करना चाहिए रक्तदान से कोई कमजोरी नहीं आती है. अपने रक्त से किसी अनजान की पूरी जिंदगी बचाई जा सकती है.


Reporter- Deepak Vyas